असम के धुबरी में पैदा हुई लतिका की शादी कृष्ण लाल चक्रबर्ती से हुई। कृष्ण लाल सर्वे ऑफ़ इंडिया में एक सर्वेक्षक थे। इसके अलावा लतिका के बेटे कप्तान राज चक्रबर्ती भारतीय नेवी में अफसर हैं। आज वे 89 साल की उम्र में अपनी पुराणी साड़ी व कुर्ते आदि से हैंडबैग व पोटली बनाकर ऑनलाइन बेच रही हैं।
मुंबई में फ्रीलांसर के रूप में काम करने वाली राजस्थान की प्रियंवदा सिंह ने अपनी नौकरी छोड़ अपने पैतृक किले को सँवारने का फैसला किया। वे पिछले कई महीनों से अपने गांव मेजा में रहकर स्थानीय लोगों की मदद से यह कर रही हैं।
महाराष्ट्र के एक नक्सली क्षेत्र गडचिरोली से आने वाली प्राजक्ता पुणे में एक बहुराष्ट्रीय कंपनी की नौकरी छोड़ आज मधुमक्खी पालन कर शहद उत्पादन कर रहीं हैं। वे गडचिरोली को एक नयी पहचान दे रहीं हैं। उनके द्वारा बनाया गया शहद 'कस्तूरी शहद' नामक ब्रांड से बेचा जाता है।
26 जून, 1873 को जन्मीं गौहर जान भारत की पहली ऐसी सिंगर थी जिनके गाए गानों को 78आरपीएम पर रिकॉर्ड किया गया था। यह रिकॉर्ड भारत की प्रसिद्ध ग्रामोफोन कंपनी ने रिलीज किया था। इसलिए गौहर जान को 'रिकॉर्डिंग सुपरस्टार' के नाम से भी जाना जाता है।
भोपाल की योगिता रघुवंशी (47 वर्षीय), पिछले 15 सालों से पुरे आत्म-विश्वास के साथ आँध्र प्रदेश से लेकर भोपाल तक दस-पहिया ट्रक चला रही हैं। उन्होंने वकालत की पढ़ाई की है। हाल ही में उन्होंने कोलकाता के सेवा केंद्र के एक सम्मलेन में बंगाल के ट्रक चालकों सम्बोधित किया।
सोमवार को केरल के इरंकुलुम में उप-कलेक्टर का पदभार सम्भालने वाली आईएएस प्रांजल लेहनसिंह पाटिल यहां की पहली नेत्रहीन महिला आईएएस हैं। यूपीएससी 2016 में हुआ था चयन। महाराष्ट्र से ताल्लुक रखने वाली प्रांजल ने जेएनयू, दिल्ली से मास्टर्स किया है।
मालवा की रानी अहिल्याबाई होलकर को राजमाता अहिल्याबाई होलकर के नाम से भी पुकारा जाता है। इंदौर के इतिहास के पन्नों में उनकी बहादुरी और गौरव का वर्णन है। लेखिका ऐनी बेसंट ने इस मराठा रानी के शौर्य के बारे में लिखा है।
अपने गांव की लड़कियों को माहवारी के चलते पढ़ाई बीच में छोड़ते देख, उत्तर प्रदेश के खौराही गांव के मुखिया हरि प्रसाद ने यूनिसेफ के प्रोजेक्ट गरिमा के तहत सभी लड़कियों की कॉउंसलिंग की और उन्हें सैनेटरी पद भी उपलब्ध कराये।
क्षितिज फाउंडेशन की संस्थापक स्नेहल चौधरी महावारी सम्बंधित मिथकों के प्रति अब तक 10,000 से भी अधिक औरतों को सजग कर उन्हें न्य जीवन दे चुकी हैं। उनका अभियान #bleedthesilence न केवल भारत में बल्कि अन्य देशों में भी विख्यात है।