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प्रेरक महिलाएं

डकैती में गँवाई पूंजी, पर नहीं मानी हार, 100 रुपए में काम शुरू कर खड़े कर दिए 4 स्टोर

By निशा डागर

40 वर्षीया इलावरसी जयकांत, केरल के त्रिशूर में, ‘अश्वती हॉट चिप्स' के चार स्टोर चलाती हैं, जहाँ वह तरह-तरह के चिप्स, केक और अचार बेचतीं हैं!

ई-स्कूटर से लेकर कचरा ढोने वाले इलेक्ट्रिक वाहन तक, नए भारत की नयी पहचान है यह स्टार्टअप

By निशा डागर

हेमलता अन्नामलाई ने 2008 में तमिलनाडु के कोयंबटूर में अपनी कंपनी, Ampere Vehicles Pvt. Ltd की शुरुआत की, जो शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों के लिए अलग-अलग इलेक्ट्रिक-वाहन बना रही है!

जॉब के साथ- साथ शुरू किया साबुन का व्यवसाय, अब हर माह मिलते हैं 500 ऑर्डर

By निशा डागर

मुंबई की रहने वाली महिला उद्यमी, मनीषा दत्ता पिछले 4 सालों से अपना हैंडमेड और कस्टमाइज साबुन व्यवसाय, केप ऑफ़ गुड सोप चला रही हैं!

लद्दाख: जहाँ मोबाइल, टी.वी पर भी थी रोक, उस समुदाय की पहली वकील बन बदली सोच

लद्दाख के बोग्दंग गाँव की रहने वाली जुलेखा बानो अपने ‘बाल्टी समुदाय’ में वकील बनने वाली पहली महिला हैं। लेकिन, उनका यह सफर कई कठिनाइयों से भरा रहा है। यहाँ पढ़िए, उनकी प्रेरक कहानी!

92 वर्षीया 'अम्मीजी' के चाय मसाले से शुरू हुआ व्यवसाय, अब बना रहे हैं 40 प्रोडक्ट्स

By निशा डागर

'अम्मीजी' ब्रांड की शुरुआत दिल्ली में रहने वाली अमृता ने अपनी दादी, राजिंदर कौर की मसालों की रेसिपी से की, जो वह पिछले लगभग 72 वर्षों से बना रहीं हैं!

Infosys की नौकरी छूटी तो चुनी खेती की राह, बंजर ज़मीन पर लगा दिए फलों के 8000 पेड़

By निशा डागर

कभी Infosys में नौकरी करनेवाली कविता मिश्रा पिछले 11 सालों से 8 एकड़ ज़मीन पर चंदन और फलों की जैविक खेती कर रही हैं!

खाना पकाते हुए भी यूट्यूब पर पढ़ातीं हैं यह गृहिणी, साल का टर्नओवर है 1 करोड़ रुपये

By निशा डागर

आशा बिनीश अपने यूट्यूब चैनल के ज़रिए कम्पटीशन एग्जाम की कोचिंग देती हैं। मात्र एक-दो छात्रों से शुरू हुआ उनका काम आज 5 हज़ार छात्रों तक पहुँच चुका है।

देश-विदेश के बच्चों को ऑनलाइन कहानियाँ सुनातीं हैं 'कहानीवाली नानी'

By निशा डागर

बेंगलुरु में रहने वाली 65 वर्षीया सरला मिन्नी अपने 'कहानीवाली नानी' पॉडकास्ट के ज़रिए न सिर्फ भारत में बल्कि विदेशों में रहने वाले भारतीय बच्चों की भी नानी बनी हुई हैं!

7वीं पास माँ की 'मदद और न्याय' की सीख ने बनाया अधिकारी, पढ़िए एक IPS की संघर्ष भरी कहानी

नागपुर स्थित केंद्रीय जांच ब्यूरो में पुलिस अधीक्षक के रूप में सेवारत आईपीएस निर्मला देवी मूल रूप से तमिलनाडु के कोयंबटूर के अलंदुराई गाँव की रहने वाली हैं।

कभी था 30 लाख का कर्ज, अब अंगूर की खेती से हर साल कमातीं हैं 40 लाख

By निशा डागर

महाराष्ट्र ने नासिक में निफाड तालुका की रहने वाली 46 वर्षीया संगीता बोरासते अंगूर की खेती करतीं हैं और उनकी लगभग 50% उपज बाहर के देशों में एक्सपोर्ट होती है!