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प्रेरक महिलाएं

भारत की पहली महिला सिविल इंजीनियर, किया था कश्मीर से अरुणाचल तक 69 पुलों का निर्माण

By पूजा दास

कश्मीर से अरुणाचल प्रदेश तक 69 पुल बनाने वाली, भारत की प्रथम महिला सिविल इंजीनियर शकुंतला ए भगत ने पुल निर्माण के अनुसंधान और विकास में बड़ी भूमिका निभाई है। उन्होंने पति अनिरुद्ध एस भगत के साथ मिलकर इस क्षेत्र में पहली बार ‘टोटल सिस्टम’ पद्धति विकसित की।

महँगी शॉपिंग से ही नहीं, पुराने कपड़ों से भी सजा सकते हैं अपना घर, जानिये कैसे

By निशा डागर

दिल्ली में रहने वाली मीनाक्षी शर्मा पिछले दस सालों से, 'यूज मी' के जरिए लोगों के पुराने और बेकार कपड़ों से सजावट का सामान बनाकर दे रहीं हैं।

इंजीनियरिंग के दौरान शुरू किया केंचुआ खाद का बिजनेस, 5 साल में बन गयीं करोड़पति सना खान

By पूजा दास

मेरठ की सना खान ने ‘एसजे ऑर्गेनिक्स’ वर्मीकंपोस्टिंग कंपनी तब शुरू की थी जब वह बी.टेक के चौथे वर्ष में थीं। आज सना की कंपनी न केवल सालाना एक करोड़ रुपये कमाती है बल्कि 30 से ज़्यादा लोगों को रोज़गार भी देती है।

जानिये कैसे! ‘ऑल-विमन कैंटीन’ ने बढ़ाया 3 हजार रूपये के बिजनेस को 3 करोड़ रूपये/वर्ष तक

By प्रीति महावर

मुंबई में साल 1991 में एक ट्रस्ट के रूप में पंजीकृत ‘श्रमिक महिला विकास संघ’ ने 300 से अधिक जरूरतमंद महिलाओं को सशक्त बनाया है। यह पहल, महिलाओं को एक ऐसा मंच प्रदान करती है, जिसमें वे अपनी पाक-कला का उपयोग कर अपनी आजीविका अच्छे से चलाने में सक्षम बन रही हैं।

परिवार के डेयरी फार्म को आगे बढ़ाने वाली 21 वर्षीया श्रद्धा धवन, कमातीं हैं 6 लाख रुपये/माह

By प्रीति महावर

महाराष्ट्र में अहमदनगर के निघोज गांव की श्रद्धा धवन ने 11 साल की उम्र में परिवार के डेयरी फार्म की जिम्मेदारी उठाई थी। आज 6 लाख रूपये/ माह आय के साथ, दो मंजिला मवेशी शेड में 80 भैंसों के दूध से प्रति दिन 450 लीटर दूध बेचती हैं।

अनपढ़ पिता के सिखाए मूल्यों ने बनाया पुलिस अधिकारी, लावारिस लाश को कंधा दे कायम की मिसाल

पुलिस के लिए हमारे मन में अक्सर एक नकारात्मक छवि रहती है। लेकिन, आंध्र प्रदेश के कोशी बग्गा पुलिस स्टेशन में एसआई के रूप में तैनात कोट्टुरू सिरीशा ने एक लावारिस लाश को 2 किमी तक कंधा देकर, एक नई मिसाल कायम की है।

लॉन्च के दिन हुई फाउंडर की मृत्यु, पाँच दोस्तों ने संभाली कमान, आज है लाखों का बिजनेस

दिल्ली में पाँच महिलाओं ने मिलकर ‘काकुल’ नाम से एक ऐसे मंच को शुरू किया, जहाँ न सिर्फ पर्यावरण के अनुकूल और हाथों से बने सौ से अधिक उत्पादों को बेचा जाता है, बल्कि इससे दूसरी महिला उद्यमियों को भी बढ़ावा मिल रहा है। पढ़िये एक प्रेरक कहानी।

राजस्थान की MBA किसान, मशरूम उगाकर, अचार, नमकीन जैसे उत्पाद से कमा रहीं हैं लाखों

By निशा डागर

जयपुर, राजस्थान की रहने वालीं शिक्षिका अन्नू कँवर, पिछले दो सालों से मशरूम उगाकर ग्राहकों तक पहुंचा रही हैं। लेकिन कोरोना माहमारी के चलते जब बाजार बंद हो गया तो, उन्होंने मशरूम से पाउडर, अचार और नमकीन जैसे उत्पाद बनाकर खुद का ब्रांड, आमल्दा ऑर्गेनिक्स शुरू किया।

खेती से लेकर मसालों के बिज़नेस तक, पढ़िए कभी कर्ज में डूबी एक विधवा की प्रेरक कहानी!

महाराष्ट्र के नासिक में रहने वाली सविता लभडे, पति की मौत के बाद क़र्ज़ में डूबी हुईं थीं। हिम्मत न हारते हुए उन्होंने खेती की और अपना मसालों का बिज़नेस भी शुरू किया। आज वह 'साधना जनरल स्टोर' की मालकिन हैं।