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Positive stories of women empowerment, achievements, initiatives, heroes, heroines, farmers, innovations, business and many more from West Bengal, India. भारत के पश्चिम बंगाल से जुड़ीं पॉजिटिव, सकारात्मक कहानियां, अच्छी ख़बरें, आविष्कार से सम्बंधित ख़बरें, अनजाने नायक जो एक बेहतर कल के लिए प्रयासरत हैं. पश्चिम बंगाल की महिलाओं की कहानियां, जिन्होंने बदलाव की नींव रखी। पश्चिम बंगाल के किसानों को प्रेरित करने वाली प्रगतिशील किसानों की ख़बरें। शून्य से शुरू करके शिखर तक पहुँचने वाले लोगों की कहानियां। छोटे व्यवसाय से अपनी किस्मत बदलने वाले लोगों की प्रेरक कथाएं। \ Positive stories of women empowerment, achievements, initiatives, heroes, heroines, farmers, innovations, business and many more from West Bengal, India.

जूट से 'सफेद कोयला'; दो छात्रों का आविष्कार बना किसानों और पर्यावरण के लिए वरदान!

By निशा डागर

21 वर्षीय करण और कथा ने अपने एक कॉलेज प्रोजेक्ट के लिए जूट किसानों के साथ काम करना शुरू किया था।

घर में ही मशरूम की खेती कर बनातीं हैं स्वादिष्ट प्रोडक्ट्स; मिला 'बेस्ट फार्म वुमन' का अवॉर्ड!

By निशा डागर

कभी दिन में दो वक़्त की रोटी के लिए भी परेशान रहने वाली अनिमा आज महीने के लगभग 30, 000 रुपये कमा रहीं हैं।

परफ्यूम, तेल से लेकर साइकिल और ग्रामोफ़ोन तक, इस उद्यमी ने रखी स्वदेशी उत्पादों की नींव!

By निशा डागर

उनके सभी रिकॉर्ड्स ब्रिटिश सरकार ने तबाह कर दिए। आज सिर्फ़ टैगोर के 'वन्दे मातरम' गीत की एक छोटी-सी रिकॉर्डिंग बची है!

बंगाल की यह आईएएस अफसर छुट्टी वाले दिन बन जाती हैं गरीब मरीज़ों के लिए डॉक्टर!

By मानबी कटोच

आकांक्षा ने डॉक्टरी के अपने बेहतरीन भविष्य को परे रखते हुए UPSC की तैयारियां शुरू कर दी और 24 साल की उम्र में उन्होंने अपने पहले ही अटेम्प्ट में उन्होंने इस परीक्षा में 76वां रैंक हासिल किया।

लीक हो रहे नलों को ढूंढकर ठीक करते हैं ये युवा; 30% नगर निगम के पानी को बर्बादी से बचाया!

By निशा डागर

अजय मित्तल और उनके एक और साथी, विनय जाजू ने पिछले तीन महीनों में कोलकाता के 350 लीक नलों को ठीक करवाया है!

इस महिला ने नक्सलबाड़ी में बनाया दुनिया का दूसरा ‘एलीफैंट फ्रेंडली’ ऑर्गेनिक टी एस्टेट!

By निशा डागर

आज नक्सलबाड़ी चाय बागान की जैविक चाय दूसरे देशों में एक्सपोर्ट होती है। लगभग 4, 000 लोगों को इससे रोज़गार मिल रहा है।

हर रोज़ 30 बच्चों का पेट भर रहा है यह फ़ूड डिलीवरी एजेंट, 21 बच्चों का कराया सरकारी स्कूल में दाखिला!

By निशा डागर

पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले के दम दम कैंटोनमेंट में ज़ोमैटो का एक फ़ूड डिलीवरी एजेंट हर दिन फूटपाथ पर गुज़र-बसर करने वाले मासूम बच्चों का हर दिन पेट भर रहा है। इन गरीब बच्चों के बीच 'रोल काकू' के नाम से मशहूर पथिकृत साहा दुनिया को सीखा रहे हैं कि कैसे अच्छाई का एक छोटा-सा कदम समाज में एक अहम बदलाव ला सकता है।

20, 000 छात्रों को शिक्षित करने के साथ गरीबी और तस्करी जैसे मुद्दों पर काम कर रही है 'अलोरण पहल'!

पश्चिम बंगाल में अलीपुरद्वार प्रशासन की 'आलोरण पहल' ने तीन महीनों में ही यहाँ के 73 विद्यालयों के लगभग 20, 000 बच्चों की ज़िंदगी में एक बड़ा परिवर्तन ला दिया है। यह एक 'ज़ीरो-कॉस्ट' मॉडल है। जिसमें अधिकारी स्कूलों में जाकर मिड-डे मील की गुणवत्ता, छात्रों की हाजिरी और शिक्षकों की उपस्थिति का मुआयना करते हैं।

'बुक थीफ ओपन लाइब्रेरी': आप भी भेज सकते हैं किताबें इन किताब-चोर बच्चों के लिए!

By निशा डागर

"हर एक बच्चे को अच्छी किताबें पढ़ने का हक है। फिर चाहे वह बच्चा स्कूल जाता हो या नहीं, क्योंकि ज्ञान सिर्फ स्कूल तक सीमित नहीं है। इसीलिए मेरी लाइब्रेरी हर किसी के लिए है!"

लगभग 20 सालों से मुफ्त में बीमारों को अस्पताल पहुंचा रहे हैं 'एम्बुलेंस दादा'!

By निशा डागर

पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी जिले के ढ़ालाबारी गांव से ताल्लुक रखने वाले करीम- उल- हक़ को यहां के लोग 'एम्बुलेंस दादा' के नाम से जानते हैं। करीम एक चाय के बागान में काम करते हैं। और इस के अलावा वे बीमार, गरीब व कमजोर लोगों को अपनी बाइक पर जिला अस्पताल भी ले जाते हैं।