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Positive stories of women empowerment, achievements, initiatives, heroes, heroines, farmers, innovations, business and many more from Uttar Pradesh, India.उत्तर भारत के उत्तर प्रदेश से जुड़ीं पॉजिटिव, सकारात्मक कहानियां, अच्छी ख़बरें, आविष्कार से सम्बंधित ख़बरें, अनजाने नायक जो एक बेहतर कल के लिए प्रयासरत हैं. उत्तर प्रदेश की महिलाओं की कहानियां, जिन्होंने बदलाव की नींव रखी। उत्तर प्रदेश के किसानों को प्रेरित करने वाली प्रगतिशील किसानों की ख़बरें। शून्य से शुरू करके शिखर तक पहुँचने वाले लोगों की कहानियां। छोटे व्यवसाय से अपनी किस्मत बदलने वाले लोगों की प्रेरक कथाएं। \ Positive stories of women empowerment, achievements, initiatives, heroes, heroines, farmers, innovations, business and many more from Uttar Pradesh, India.

छत पर 250 से अधिक फूलों की खेती, स्विमिंग पूल से लेकर स्लाइडर भी है यहाँ

संदीप के पास 250+ पेड़-पौधे हैं। अपने बच्चे को प्रकृति के करीब रखने के लिए उन्होंने टेरेस गार्डन को प्ले गार्डन बना दिया है, जहाँ स्विमिंग पूल से लेकर स्लाइडर तक है।

गेंदे के फूल के तेल ने बदली किसान की किस्मत, गरीबी को मिटा ले आये अच्छे दिन

70 वर्षीय किसान समर सिंह अपने बेटों को तो किसान नहीं बना पाए लेकिन वह अपने नाती को प्रशिक्षित करके एक सफल किसान बनाना चाहते हैं।

जानिए कैसे भागीरथ प्रयासों से सूखाग्रस्त गाँव बन गया देश का पहला 'जलग्राम'!

By निशा डागर

"हमने इस काम के लिए एक पैसा भी सरकार से नहीं लिया है। क्योंकि पानी सरकार का नहीं समाज का मुद्दा है!"- उमा शंकर पांडेय

एक टीचर ने बदली सरकारी स्कूल की तस्वीर, पोषण से लेकर पर्सनालिटी डेवेलपमेंट पर दे रहीं जोर

By साधना शुक्ला

टीचर शालिनी वर्मा के प्रयासों के चलते इस सरकारी स्कूल में पोषण वाटिका बनाई गयी है, जहाँ उगाई गयी पालक, पुदीना, चुकंदर, मेथी, गाजर इत्यादि स्कूल के लिए बनने वाले मिड डे मील में प्रयोग किये जाते हैं।

देसी मशीनों से खेती कर रिटायर्ड फ़ौजी ने अपने गाँव को बनाया देश का सबसे बड़ा गाजर उत्पादक

साल 2006 में कर्नल देसवाल और उनके मित्र लाल किशन यादव ने मिलकर गाजर की खेती शुरू की थी। इसके साथ ही उनका लक्ष्य बड़ी संख्या में किसानों को एक सूत्र में पिरोना, आधुनिक कृषि पद्धति को अपनाना और फसल कटाई के बाद के बुनियादी ढांचे की स्थापना करना था।

आटे के थैले और चाय के पैकेट में लगा रहीं पौधे, हर महीने यूट्यूब पर देखते हैं लाखों लोग!

“एक समय मेरे घर के आगे एक तालाब हुआ करता था, जिसमें लोग कूड़ा-कचड़ा फेंक देते थे। इसके बाद मेरे पिता जी ने उसमें मिट्टी भर कुछ फलदार पेड़ लगाए, धीरे-धीरे यह सिलसिला बढ़ता गया। आज हम आम, अमरूद, अनार जैसे फलदार पेड़ों से लेकर गिलोय, कालाबांसा, थोर जैसे कई औषधीय पौधों की भी खेती करते हैं। -अप्रती सोलंकी

अपनी छत पर कपड़े के बैग में उगातीं हैं तरबूज, पढ़िए मेरठ की डेंटिस्ट का यह कमाल का आइडिया!

By पूजा दास

डॉ. शिवानी कालरा आज अपने घर की छत पर थैलियों में तरबूज़ और अन्य सब्जियाँ उगा रही हैं, लेकिन कालरा कहती हैं कि यहाँ तक पहुँचना आसान नहीं था। पहले उन्होंने टमाटर उगाने की कोशिश की लेकिन असफल रहीं। बाद में आलू बोए लेकिन वहाँ भी सफलता हाथ नहीं लगी।

यूपी के शख्स ने बनाई गोबर से लकड़ी बनाने वाली मशीन, प्रति माह 8000 की आय का हुआ जुगाड़!

By पूजा दास

सिंह कहते हैं, "गोबर से लकड़ी बनाकर हम न केवल अपशिष्ट प्रबंधन कर रहे हैं बल्कि लकड़ी का एक बढ़िया विकल्प बनाने में भी मदद कर रहे हैं।"

लॉकडाउन में मसीहा बने यूपी के आईएएस, सूखी नदी को किया ज़िंदा, 800 लोगों को मिला रोज़गार!

By पूजा दास

देश और दुनिया में कोविड-19 के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। मामलों को नियंत्रित करने के लिए सरकार ने पूरे देश में लॉकडाउन की घोषणा की थी जिसका असर सबसे ज़्यादा दिहाड़ी मज़दूरों पर पड़ा। मज़दूरों के लिए इस कठिन समय को एक आईएएस ऑफिसर ने वरदान में बदल दिया और साथ ही वह गाँव की दो प्रमुख समस्याओं का हल निकालने में कामयाब रहे।

#गार्डनगिरी: घर से लेकर लाइब्रेरी तक, पौधों की दुनिया बसा रही हैं सना ज़ैदी!

By निशा डागर

"अगर आपके आस-पास हरियाली है तो चाहे आप कितने भी तानव में हों, एक सकारात्मक ऊर्जा आपको ज़रूर मिलती है। यही सोचकर मैंने लाइब्रेरी में भी पेड़ लगाए ताकि वहां बैठकर पढ़ने वाले बच्चों का मन इन्हें देखकर शांत और खुश रहे।"