यदि आप किसी भी गार्डनिंग एकस्पर्ट पूछेंगे कि ऐसा कौन सा फूल है, जिसकी देखभाल सबसे कम करनी पड़ती है, तो एक नाम ही सबसे पहले आता है और वह है ‘रेन लिली’। सफेद, पीला, लाल, गुलाबी और भी कई रंगों में आने वाले रेन लिली आपके बगीचे की सुंदरता में चार चांद लगा सकते हैं।
रेन लिली का जीनस Zephyranthes है और इस जीनस के अंतर्गत बहुत से अलग-अलग खूबसूरत फूलों की प्रजातियां आती हैं। जिनमें से रेन लिली भी एक है। बारिश के मौसम में इस पौधे में ढेर सारे फूल आते हैं, इसलिए इसे रेन लिली कहा जाता है।
बेंगलुरु में रहने वाली स्वाति द्विवेदी कहती हैं कि जैसे ही बारिश की पहली फुहार आती है, वैसे ही रेन लिली के पौधे फूलों से भरने लगते हैं। पिछले कई सालों से बागवानी कर रही स्वाति ‘बैकयार्ड गार्डनिंग‘ के नाम से अपना यूट्यूब चैनल भी चला रही हैं। स्वाति कहती हैं, “रेन लिली के पौधों को आप बीज या बल्ब से कभी भी लगा सकते हैं। इनमें बहुत खूबसूरत फोलिएज आते हैं लेकिन फूल सिर्फ बारिश के मौसम में खिलते हैं। मई से रेन लिली के पौधों में फूल आना शुरू हो जाता है। दूसरे मौसम में भले ही फूल न लगें लेकिन इसके फोलिएज सुंदर बने रहते हैं। इसलिए यह बहुत ही अच्छा पौधा है, जिसे आप अपने घर में लगा सकते हैं।”
क्या-क्या चाहिए

स्वाति कहती हैं कि आप बीज और बल्ब, दोनों से ही रेन लिली लगा सकते हैं। बीजों से पौधे को विकसित होने में थोड़ा ज्यादा समय लग सकता है। लेकिन अगर आप मैच्योर बल्ब से पौधा लगा रहे हैं तो यह बहुत तेजी से विकसित होता है। उन्होंने कहा, “बल्ब पौधे की जड़ में बनते हैं। अगर आप एक बल्ब भी लगाते हैं तो इसी से धीरे-धीरे आपका पूरा गमला रेन लिली के पौधों से भर जायेगा। क्योंकि एक बल्ब से ही कई पौधे बन जाते हैं। इसलिए अगर आप रेन लिली लगाना चाहते हैं तो सिर्फ चार-पांच बल्ब खरीदकर लगा सकते हैं।”
वहीं, जब रेन लिली के फूल सूख जाते हैं तब उनमें नीचे की तरफ ‘सीड पोड’ बनता है। जिसमें बीज बनते हैं और इन्हें आप इकट्ठा कर सकते हैं। हालांकि, जरूरी नहीं कि रेन लिली की सभी प्रजातियों में बीज बने। रेन लिली लगाने के लिए आप मध्यम आकार का गमला ले सकते हैं। वहीं, पॉटिंग मिक्स के लिए आप सामान्य मिट्टी में कोकोपीट और गोबर की खाद मिला सकते हैं।
“लेकिन आप जो भी गमला लें, उसमें अच्छा ड्रेनेज सिस्टम हो और पॉटिंग मिक्स भी ऐसा तैयार करें, जिसमें पानी ज्यादा ठहरे नहीं। क्योंकि रेन लिली को बहुत ज्यादा पानी की जरूरत नहीं होती है। इन्हें सिर्फ जरूरत के हिसाब से ही पानी दिया जाना चाहिए। इसलिए ये बहुत ज्यादा देखभाल भी नहीं मांगते हैं और इन्हें घर में लगाना आसान हैं,” उन्होंने कहा।
इस तरह करें देखभाल

- गमले में पॉटिंग मिक्स भरकर आप बीज या बल्ब को लगा सकते हैं।
- फिर अच्छे से पानी दें ताकि गमले की पूरी मिट्टी गीली हो जाये।
- इसके बाद, गमले को आप धूप में रख सकते हैं।
- लगभग एक-दो हफ्तों में रेन लिली के पौधे पनपने लगते हैं।
- पौधों को जरूरत के हिसाब से पानी दिया जाना चाहिए।
- बीच-बीच में आप गोबर की खाद या पत्तों की खाद भी पौधे को दे सकते हैं।
- नियमित रूप से गमले में निराई-गुड़ाई करते रहें।
स्वाति कहती हैं कि आप किसी भी मौसम में रेन लिली लगाएं पर इस पर फूल बारिश के मौसम में ही आते हैं। इसलिए आप बारिश का मौसम शुरू होने से पहले इसके फोलिएज की कटाई-छंटाई कर सकते हैं ताकि ज्यादा से ज्यादा फूल आएं। इसके अलावा, आपका पौधा अगर एक साल का हो गया है तो आप इसे रिपोट भी कर सकते हैं। बहुत ज्यादा गर्मी पड़ने पर आप इसे सेमी-शेड एरिया में रख सकते हैं। रेन लिली को आप हैंगिंग बास्केट में भी लगा सकते हैं क्योंकि रंग-बिरंगे फूल आपके बालकनी में बहुत खूबसूरत लगेंगे।
संपादन- जी एन झा
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