धान एक ऐसी फसल है, जिसकी खेती लगभग पूरे भारत में होती है। क्योंकि भारत में चावल लोगों के मुख्य आहार में शामिल होता है। इसलिए आज हम आपको बता रहे हैं कि आप कैसे अपने घर के बगीचे में भी धान लगा सकते हैं।
जी हाँ, अपने घर के गार्डन में धान लगाना बिल्कुल मुमकिन है। पंजाब में मोगा के पास दादर गाँव की रहने वाली गीता अठवाल कहती हैं, “पहले आप कम मात्रा में धान लगाकर एक ट्रायल कर सकते हैं। इसके बाद अपने घर-परिवार की जरूरत और उपलब्ध जगह के हिसाब से आप धान लगा सकते हैं। ”
गीता पिछले कई सालों से अपनी छत पर बागवानी कर रही हैं और अपना यूट्यूब चैनल चला रही हैं। वह बताती हैं कि उन्हें सभी तरह के पेड़-पौधे लगाना पसंद हैं। खासकर कि वह बीजों से पौधे लगाना पसंद करती हैं। साथ ही, उनकी कोशिश रहती है कि वह कम से कम लागत में अपने आसपास हरियाली रख पाएं। इसके लिए वह तरह-तरह के प्रयोग भी करती हैं। उन्होंने बताया कि उन्हें कैक्टस लगाने का भी शौक है और अब बहुत से लोग उनसे कैक्टस खरीदते भी हैं। इस कारण उनके लिए बागवानी अब सिर्फ शौक नहीं बल्कि कमाई का जरिया भी बन रही है।
गीता ने द बेटर इंडिया को बताया, “धान के बीज कम मात्रा में मिलना इतना आसान नहीं होता है। इसलिए आप अपने आसपास किसी किसान से संपर्क कर सकते हैं या फिर किसी बीज भंडार की दुकान पर पता कर सकते हैं। सबसे पहले आप तय करें कि आपको कितनी मात्रा में बीज लगाने हैं और उसी के हिसाब से अपनी तैयारी करें।”
ऐसे लगाएं धान
उन्होंने कहा कि अगर आपके पास काफी बड़ी छत है और आपने छत पर पहले से क्यारियां बनवाई हुई हैं तो आप इनमें ही धान लगाएं। अगर क्यारियां नहीं भी हैं तो आप ईंटों से क्यारियां बना सकते हैं। ईंटों की क्यारियां बनाने के लिए आप अपनी जरूरत के हिसाब से ईंटें और कोई प्लास्टिक की शीट ले लें। सबसे पहले ईंटों की आयताकार क्यारी बनाएं और इसमें प्लास्टिक शीट बिछा दें। इसके बाद क्यारी में मिट्टी भरकर आप बागवानी शुरू कर सकते हैं। अगर आप क्यारी नहीं बना सकते तो आप गमलों या फिर बाल्टी, टब आदि का इस्तेमाल करें।
गीता कहतीं हैं, “दो सबसे महत्वपूर्ण बातों का आपको ध्यान रखना होगा। पहली यह कि अगर आप गमला या कोई दूसरा कंटेनर ले रहे हैं तो इसकी गहराई काफी ज्यादा होनी चाहिए। दूसरी यह है कि धान की फसल में पानी रहना चाहिए। इसलिए आप जो भी गमला, बाल्टी या क्यारी तैयार करें, उसमें कोई ड्रेनेज सिस्टम नहीं होना चाहिए।”
अब बात आती है बीज लगाने की। धान की फसल में सबसे पहले बीजों से पौध (सीडलिंग) तैयार की जाती है। इसके लिए आप चाहें तो सिर्फ कोकोपीट का इस्तेमाल कर सकते हैं। किसी भी कंटेनर में कोकोपीट भरकर आप उसमें धान के बीज लगा दें। ऊपर से पानी स्प्रे करते रहें। लगभग 15-20 दिनों में धान की पौध तैयार हो जाएगी। गीता कहती हैं कि कोशिश करें कि आप बारिश के मौसम में धान लगाएं। यह समय उपयुक्त रहता है। इसके अलावा, अगर आपके इलाके में मार्च-अप्रैल के महीने में तापमान ज्यादा नहीं है तो आप तब भी लगा सकते हैं।
पौध तैयार होने के बाद आपको इसे क्यारियों या गमलों में लगाना होगा।
- सबसे पहले आप मिट्टी तैयार करने पर ध्यान दें। इसके लिए आप चाहें तो चिकनी मिट्टी का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। मिट्टी में आप बराबर मात्रा में जैविक खाद या केंचुआ खाद मिला लें।
- अब आप दो-तीन इंच की दूरी पर पौधों को लगा दें। अब ऊपर से पानी दें और ध्यान रखें कि पानी आपको ज्यादा देना है ताकि यह पौधों में दो-तीन इंच तक खड़ा रहे।
- लगभग दो-तीन हफ्तों में ही पौधे बढ़ने लगेंगे और तब आप पौधों को खाद देना शुरू कर दें।
- हर 15 दिन में आप पानी के साथ पौधों को तरल खाद दे सकते हैं। तरल खाद के लिए आप अमृतजल बना सकते हैं।
- इसी अमृतजल का स्प्रे भी आप कर सकते हैं। इससे कोई कीट भी पौधों पर नहीं लगेंगे।
पौधों पर जब फूल आने लगें तो आपको खाद का पूरा ध्यान रखना होगा। लगभग तीन-साढ़े तीन महीनों में आपकी फसल हार्वेस्टिंग के लिए तैयार हो जाएगी। गीता कहती हैं कि पहली बार में हो सकता है कि आपको कुछ परेशानियां आएं। लेकिन फिर आपको समझ में आ जायेगा कि आपको किन-किन बातों का ध्यान रखना है। इसलिए देर किस बात की, आज ही शुरू करें घर की छत पर धान लगाने की तैयारी।
हैप्पी गार्डनिंग।
संपादन- जी एन झा
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