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यह कपल कुत्तों की सेवा में खर्च करता है पूरी पेंशन, खाने से लेकर इलाज तक का रखता है ख्याल

By द बेटर इंडिया

कोटा (राजस्थान) के रहनेवाले 65 वर्षीय श्यामवीर सिंह और 66 वर्षीया उनकी पत्नी, वैद्य विजेन्द्री पिछले तीन दशकों से भी ज्यादा समय से लगातार कुत्तों की सेवा कर रहे हैं। राजकीय सेवा से रिटायर श्यामवीर, अपनी लगभग अपनी पूरी पेंशन कुत्तों पर खर्च कर देते हैं।

किसान पिता नहीं भेज पाए थे 5वीं के बाद स्कूल, फिर भी पाँचों बहनें बनीं RAS अधिकारी

By अर्चना दूबे

अभाव से आवश्यकताएं जन्म लेती हैं, असफलताएं नहीं। राजस्थान के भैरूसरी के किसान सहदेव सहारण की पांचों बेटियों रोमा, मंजू, ऋतु, अंशु और सुमन सहारण का RAS में चयन हुआ।

खेजड़ी पर 'ट्रीहाउस' और 2000 पेड़, थीम पार्क से कम नहीं इस रिटायर्ड फौजी का खेत

By निशा डागर

राजस्थान के नागौर जिला स्थित सिरसूं गाँव में रहनेवाले 50 वर्षीय रेंवत सिंह राठौड़ के खेत में 2000 से भी ज्यादा पेड़-पौधे हैं। उन्होंने एक खेजड़ी के पेड़ पर ट्रीहाउस भी बनाया है।

रेगिस्तान की तपती धूप में एक नज़ारा ऐसा भी, गरीब बच्चियों के लिए बना सस्टेनेबल स्कूल

By अर्चना दूबे

Rajkumari Ratnavati Girls School को न्यूयॉर्क की डायना केलॉग ने डिज़ाइन किया है। राजस्थान में महिला साक्षरता दर महज 32% है। ऐसे में जैसलमेर के कनोई गाँव का यह स्कूल लड़कियों को एक नई उमंग दे रहा है।

पांचवी पास ने बनाई 20 से ज्यादा मशीनें, राष्ट्रपति भवन में रहे हैं बतौर मेहमान

By निशा डागर

राजस्थान में श्रीगंगानगर जिले के रहने वाले 62 वर्षीय गुरमैल सिंह धौंसी, एक फैब्रीकेटर, मैकेनिक और आविष्कारक हैं। उन्होंने कम्पोस्ट मेकर, ट्री प्रूनर जैसी 20 से ज्यादा मशीनें बनाई हैं।

बिना सीमेंट के बनाया घर, पीते हैं बारिश का पानी, नहाने-धोने से बचे पानी से उगाते हैं सब्जी

By निशा डागर

राजस्थान के डूंगरपुर में रहने वाले सिविल इंजीनियर, आशीष पंडा और उनकी पत्नी, मधुलिका से जानिए एक इको-फ्रेंडली और स्वस्थ जीवन जीने के टिप्स।

नौकरी छोड़ी, ज़मीन नहीं थी, फिर भी खेती से करते हैं कमाई, जानिये कैसेे

By निशा डागर

जयपुर, राजस्थान के रहने वाले 25 वर्षीय अनिल थडानी ने कृषि विषय में पढ़ाई की है और उन्होंने अपने घर की छत से नर्सरी का काम शुरू किया, जिसके तहत आज वह 20 से ज्यादा लोगों के घरों में हाइड्रोपोनिक, वर्टिकल और टेरेस गार्डन लगा चुके हैं और लगभग ढाई हजार किसानों को जैविक खेती की ट्रेनिंग दे रहे हैं।