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महाराष्ट्र: पिछले 17 सालों से इस सरकारी अस्पताल में गरीबों को मिल रहा है मुफ़्त खाना और कपड़े!

By निशा डागर

'जलाराम पाणपोई राम रोटी' इस पहल के जरिये आज महाराष्ट्र में विदर्भा जिले के अमरावती शहर में स्थित इर्विन सरकारी अस्पताल के गरीब और जरुरतमन्द मरीजों को हर रोज तीन वक़्त मुफ्त खाना दिया जाता है। इस अभियान की शुरुआत लगभग 17 साल पहले किसंचजी ने की थी। अब इसे रूपम सिंह सूर्यवंशी संभाल रहे हैं।

महाराष्ट्र : आम नागरिक भी अब देख पाएंगे सरकारी फाईलें!

By निशा डागर

महाराष्ट्र सरकार ने एक सरकारी प्रस्ताव जारी किया है जिसमें नागरिकों को हर सोमवार को दो घंटे के लिए सूचना के अधिकार (आरटीआई) के तहत राज्य भर में जिला स्तर के कार्यालयों और स्थानीय निकायों में रिकॉर्ड का निरीक्षण करने की इजाजत दी गई है।

महाराष्ट्र: इस गाँव के किसान तेंदुओं के पानी पीने के लिए बना रहे हैं टैंक!

By निशा डागर

महाराष्ट्र के पुणे में खेड़ा तालुका के रंमाला गाँव में एक किसान, निलेश शिवाजी शिंदे ने बेजुबान जंगली जानवरों के लिए एक पहल की शुरुआत की है। उन्होंने उनके लिए पानी के टैंक बनाये जहाँ हर दो दिन में पानी भरा जाता है ताकि इन जानवरों की प्यास बुझ सके।

डॉ. कोटणीस: विश्व-युद्ध के सिपाहियों का इलाज करते-करते प्राण त्याग देने वाला निःस्वार्थ सेवक!

By निशा डागर

डॉ. द्वारकानाथ शांताराम कोटणीस को द्वितीय चीन-जापान युद्ध (1937-1945) के दौरान उनकी सेवाओं के लिए चीन में बहुत सम्मान के साथ याद किया जाता है। भारत और चीन की मैत्री का प्रतीक माने जाने वाले डॉ. कोटणीस को चीन में राहत-कार्यों के लिए भेजा गया था।

10 साल की सर्विस में 4 मेडल जीत चुकी पुलिस डॉग स्क्वाड की 'रानी' को मिला नया परिवार!

By निशा डागर

10 साल तक पुलिस फाॅर्स में सेवारत रहने वाली 'रानी' को हाल ही में रिटायरमेंट मिली और साथ ही, पुणे में रहने के लिए एक प्यारा-सा घर और परिवार। रानी, पुणे ग्रामीण पुलिस फाॅर्स के डॉग-स्क्वाड की सदस्य थी। अब वह इसी दल के पुलिस अफसर नायक गणेश फपले के परिवार के साथ उनके घर पर रहेंगी।

वासुदेव बलवंत फड़के: वह क्रांतिकारी जिनकी आदिवासी सेना ने अंग्रेजों को लोहे के चने चबवाये!

By निशा डागर

vasudev balwant phadke का जन्म 4 नवंबर, 1845 को महाराष्ट्र के रायगड जिले के शिरढोणे गांव में हुआ था। साल 1857 की क्रांति की विफलता

पुणे: इस आइएएस अफ़सर की पहल से आज अपने शौचालय से लाखों में कमा रहे हैं गाँववाले!

By निशा डागर

महाराष्ट्र के पुणे की खेड़ तालुका के गांवों में खुले में शौच की समस्या थी, क्योंकि बहुत से लोग सरकार के बनाये हुए शौचालयों का इस्तेमाल नहीं कर रहे थे।

पीएचडी कर चुके इस युवक ने सोशल मिडिया के ज़रिये की देश के किसानों को जोड़ने की अनोखी पहल!

By निशा डागर

महाराष्ट्र के सांगली जिले में अष्टा गाँव के डॉ अंकुश चोरमुले अपनी पहल 'होय आम्ही शेतकरी' के जरिये लाखों किसानों से जुड़कर उनकी मदद कर रहे हैं। वे व्हाट्सअप ग्रुप और फेसबुक पेज के माध्यम से किसानों के लिए लाइव विडियो करते हैं। उन्होंने फसलों के लिए हानिकारक फॉल आर्मी वॉर्म पर अपनी रिपोर्ट दी है।

इस स्वतंत्रता सेनानी के प्रयासों के कारण बना था काकोरी शहीद स्मारक!

By निशा डागर

भारतीय स्वतंत्रता सेनानी रामकृष्ण खत्री का जन्म वर्तमान महाराष्ट्र के जिला बरार के चिखली गाँव में 3 मार्च 1902 को हुआ था। उन्हें 'हिन्दुस्तान रिपब्लिकन ऐसोसिएशन' संगठन का दायित्व सौंपा गया। काकोरी कांड में उन्होंने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। 18 अक्टूबर 1996 को उनका देहांत लखनऊ में हुआ।

एक पैर के दम पर दौड़े 10 किलोमीटर मैराथन, पुणे के जावेद हैं लोगों के लिए प्रेरणा!

By निशा डागर

महाराष्ट्र के पुणे में 24 वर्षीय जावेद चौधरी ने रविवार को एक 10 किलोमीटर हाफ-मैराथन खत्म किया और इसके बाद वे जमकर नाचे। उनके डांस का यह विडियो सब जगह वायरल हो रहा है। जावेद ने तीन साल पहले अपना एक पैर एक रोड एक्सीडेंट में गंवा दिया था।