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इस्मत चुग़ताई : साहित्य का वह बेबाक चेहरा जिसे कोई लिहाफ़ छिपा न सका!

By निशा डागर

15 अगस्त 1911 को उत्तर प्रदेश के बदायूं में जन्मी इस्मत चुग़ताई उर्दू साहित्य की महान लेखिका थीं। उनके द्वारा लिखे गये अफ़साने और कहानियों को आज भी पढ़ा जाता है। उनकी कहानी 'लिहाफ' को लेकर पुरे देश में बवाल मच गया था। फिर भी उनकी लेखनी का बेबाकपन कम न हुआ। 24 अक्टूबर 1991 में उन्होंने दुनिया से विदा ली।

'सेक्रेड गेम्स' और 'मंटो' की अभिनेत्री राजश्री देशपांडे ने अकेले ही बदली इस गाँव की तस्वीर!

By निशा डागर

अभिनेत्री और सामाजिक कार्यकर्ता राजश्री देशपांडे महाराष्ट्र के सूखा-ग्रस्त गांवों की तस्वीर बदल रही हैं। उन्होंने इसके लिए 'नभांगन फाउंडेशन' की शुरुआत की है। एडवरटाइजिंग कंपनी छोड़कर उन्होंने सिनेमा और सामाजिक कार्यों की तरफ रुख किया। राजश्री 'द एंग्री यंग गॉडेस' फिल्म में काम कर चुकी हैं।

बेबाक इस्मत आपा की कहानी 'लिहाफ़', जिसकी वजह से उनपर मुकदमा चला!

By मानबी कटोच

Lihaf By Ismat Chugtai, A Story Way Ahead Of Its Time could only be wriiten. लिहाफ कहानी है एक हताश गृहिणी की जिसके पति के पास समय नहीं है।