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पश्चिम बंगाल

"मैंने Remdesivir के लिए रु. 12000 दिए, मुझे ठगा गया", जाने आप कैसे रह सकते हैं सावधान

By प्रीति महावर

द बेटर इंडिया की एक स्टाफ मेम्बर संचारी पाल, अपने पिता के इलाज के लिए Remdesivir की खोज में थीं। इस दौरान, इंटरनेट पर किसी शख्स ने उन्हें नकली दवा देकर, उनसे 12 हजार रूपये ठग लिए। वर्तमान में, पश्चिम बंगाल में रह रहीं, संचारी उस घटना के बारे में विस्तार से बता रही हैं।

पश्चिम बंगाल में ऑक्सीजन सिलिंडर के लिए इन नबरों पर संपर्क करें

By निशा डागर

पश्चिम बंगाल के कुछ इलाकों में ऑक्सीजन सिलिंडर या ऑक्सीजन रिफिल की जानकारी के लिए पढ़ें यह लेख।

नानी-नातिन की जोड़ी ने शुरू किया मिठाई बिज़नेस, 8 महीने में 4 लाख रुपए तक पहुंचा रेवेन्यू

By निशा डागर

कोलकाता की रहने वाली 65 वर्षीया मंजू देवी पोद्दार और उनकी 21 वर्षीया नातिन, याशी चौधरी ने अगस्त 2020 में अपने मिठाई बिज़नेस, 'नानीज़ स्पेशल' की शुरुआत की थी। जिससे उन्हें मात्र आठ महीने में, चार लाख रुपए की कमाई हुई है।

जानिए कैसे एक 90 साल पुरानी डायरी से खुला, कोलकाता से कश्मीर तक की साइकिल यात्रा का राज़

By निशा डागर

आजादी से पहले, चार बंगाली युवकों द्वारा साइकिल पर तय किया गया सफर, यात्रा के प्रति रोमांच, धैर्य और प्रेम को दर्शाता है। 90 सालों से सहेजकर रखी गयी इस डायरी में आसनसोल से लाहौर होते हुए इस यात्रा का पूरा विवरण है।

अंडे के छिलकों तक में पौधे उगातीं हैं यह गृहिणी

By निशा डागर

नैहाटी, पश्चिम बंगाल की रहने वाली नीता सिंह अपने घर में इस्तेमाल होने वाले आटा, दाल, चायपत्ती, चीनी, ओट्स आदि की खाली थैलियों को कचरे में फेंकने की बजाय पौधे उगाने के लिए इस्तेमाल करतीं हैं।

400 सेक्स वर्कर्स के लिए मसीहा हैं 70 वर्षीय अरूप, लॉकडाउन में भी पहुँचाते रहे राशन

By निशा डागर

कोलकाता में रहने वाले 70 वर्षीय अरूप सेनगुप्ता पिछले 4 सालो से 'नोतून जीबोन' नाम से अपना संगठन चला रहे हैं। इसके ज़रिए वह सेक्स वर्कर्स के बच्चों और घरेलू हिंसा की शिकार महिलाओं के लिए काम कर रहे हैं!

पश्चिम बंगाल का वह गाँव, जहाँ लोगों ने अपने खून-पसीने से बंजर पहाड़ पर उगा दिया जंगल

साल 1997 तक, पश्चिम बंगाल के पुरुलिया जिला के झारबगड़ा गाँव एक समय 50 किलोमीटर के दायरे में हर ओर से बंजर जमीनों से घिरा हआ था। लेकिन, आज यहाँ के करीब 387 एकड़ जमीन पर घने जंगल लगे हुए हैं और यह कई प्रकार के पशु-पक्षियों का घर है।

हमराही: शारीरिक अक्षमता क्यों आए प्यार के आड़े? जानिये एक सच्चे प्यार की दास्ताँ!

By निशा डागर

जीजा को जन्म से ही सेरिब्रल पाल्सी है और इस वजह से लोग अक्सर बप्पादित्य से पूछते हैं कि उन्होंने उनसे शादी क्यों की? इसके जवाब में वह केवल एक ही शब्द कहते हैं - 'प्यार'!

हर रोज़ 30 बच्चों का पेट भर रहा है यह फ़ूड डिलीवरी एजेंट, 21 बच्चों का कराया सरकारी स्कूल में दाखिला!

By निशा डागर

पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले के दम दम कैंटोनमेंट में ज़ोमैटो का एक फ़ूड डिलीवरी एजेंट हर दिन फूटपाथ पर गुज़र-बसर करने वाले मासूम बच्चों का हर दिन पेट भर रहा है। इन गरीब बच्चों के बीच 'रोल काकू' के नाम से मशहूर पथिकृत साहा दुनिया को सीखा रहे हैं कि कैसे अच्छाई का एक छोटा-सा कदम समाज में एक अहम बदलाव ला सकता है।

20, 000 छात्रों को शिक्षित करने के साथ गरीबी और तस्करी जैसे मुद्दों पर काम कर रही है 'अलोरण पहल'!

पश्चिम बंगाल में अलीपुरद्वार प्रशासन की 'आलोरण पहल' ने तीन महीनों में ही यहाँ के 73 विद्यालयों के लगभग 20, 000 बच्चों की ज़िंदगी में एक बड़ा परिवर्तन ला दिया है। यह एक 'ज़ीरो-कॉस्ट' मॉडल है। जिसमें अधिकारी स्कूलों में जाकर मिड-डे मील की गुणवत्ता, छात्रों की हाजिरी और शिक्षकों की उपस्थिति का मुआयना करते हैं।