उत्तराखंड के कुमाऊं क्षेत्र में 140 एकड़ में फैले अपने 'जिलिंग एस्टेट' की देखभाल के लिए 78 वर्षीय स्टीव लाल, भारतीय वायु सेना की नौकरी छोड़ कर वापस आ गए थे और तब से वह यहां पर लगाए अपने बाग, जंगल और जीव-जंतुओं की देखभाल कर रहे हैं।
अनूप और जैस्मीन वीकेंड में ऑफिस के बाद 13-14 घंटे ड्राइव कर के गुनेहर गाँव तक जाते हैं। वहाँ वे बच्चों को हर वो चीज़ सिखाने की कोशिश करते हैं जो शहर के बच्चे सीखते हैं जैसे एक्टिंग, म्यूज़िक, आर्ट आदि।
रौफ़ तुरंत तैरकर किनारे पर आ गये थे, लेकिन जब उन्होंने देखा कि बाकी पर्यटक अपनी ज़िंदगी बचाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं तो उन्होंने फिर एक बार नदी में छलांग लगा दी।
ट्विटर पर वायरल एक विडियो में एक महिला भारतीय सेना का धन्यवाद कर रही है। दरअसल, 28 दिसंबर 2018 को सिक्किम में भारी बर्फ़बारी के चलते लगभग 2,500 टूरिस्ट नाथू ला और 17 मील क्षेत्र में फंस गये थे। इन यात्रियों को भारतीय सेना ने बचाया और उसके बाद से ही हर कोई इनका शुक्रिया अदा कर रहा है।