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INA vs British : पढ़िए विश्व के सर्वश्रेष्ठ कानूनी बहसों में से एक माने जाने वाले वकालती तर्को की कहानी!

आज़ाद हिन्द फौज की तरफ से जो कानूनी लड़ाई भूलाभाई देसाई ने लड़ी, उन तर्को की गूंज आज भी कानूनी गलियारे में गूंज रही है।

आबिद हसन: सुभाष चन्द्र बोस के दल का वह सेनानी जिसने दिया था धर्मनिरपेक्ष 'जय हिन्द' का नारा!

'जय हिंद' का नारा देने वाले आबिद हसन हैदराबाद के ऐसे परिवार में बड़े हुए जो उपनिवेशवाद का विरोधी था। किशोरावस्था में ही ये महात्मा गांधी के अनुयायी बन गए।

डॉ. राधाबिनोद पाल: वह भारतीय न्यायधीश, जिन्हें जापान ने अपने सर्वोच्च सम्मान से नवाज़ा!

By निशा डागर

भारतीय न्यायधीश राधाबिनोद पाल, दुसरे विश्वयुद्ध के बाद सहयोगी राष्ट्रों द्वारा आयोजित किये गये 'टोक्यो ट्रायल' के 11 न्यायधीशों में से एक थे। पर पाल ने स्पष्ट रूप से कहा कि युद्ध में केवल नाज़ी गलत नहीं थे बल्कि मित्र राष्ट्रों ने भी गलत किया। 'टोक्यो ट्रायल' सीरीज़ में पाल का किरदार इरफ़ान खान ने निभाया है।

बाघा जतिन, जिनकी 'जुगांतर पार्टी' से तंग आकर अंग्रेज़ों ने बदल दी अपनी राजधानी!

By निशा डागर

जतिंद्रनाथ मुख़र्जी का जन्म बंगाल के कायाग्राम, कुष्टिया जिला (जो अब बांग्लादेश में है) में 7 दिसंबर 1879 को हुआ था। उन्हें सब 'बाघा जतिन' पुकारते थे। भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में उनके योगदान को कभी नहीं भुलाया जा सकता है। उन्होंने ही 'जुगांतर पार्टी' का नेतृत्व किया। अंग्रेज भी बाघा जतिन से खौफ खाते थे।

विजय पांडुरंग भटकर: वह वैज्ञानिक जिसने बनाया भारत का पहला सुपरकंप्यूटर!

By निशा डागर

भारत में, सी-डैक (सेंटर फॉर डेवलपमेंट ऑफ़ एडवांस्ड कंप्यूटिंग) की शुरुआत पुणे में साल 1988 में हुई, जब अमेरिका और अन्य कुछ देशों ने सुपरकंप्यूटर की तकनीक को भारत जैसे विकासशील देशों में भेजने से मना कर दिया। ऐसे में विजय भटकर के नेतृत्व में भारत ने अपना पहला स्वदेशी सुपरकंप्यूटर बनाया था।

केरल के लिए यूएई से 700 करोड़ न लेने की यह है असली वजह!

By निशा डागर

केरल में भयानक बाढ़ के कारण होने वाले विनाश के बाद, राज्य सरकार को राहत और पुनर्वास के लिए 2600 करोड़ रुपये की जरूरत है। इस बीच, संयुक्त अरब अमीरात ने 700 करोड़ रुपये की मौद्रिक सहायता का वादा किया है। लेकिन केंद्र संयुक्त अरब अमीरात सरकार की सहायता को स्वीकार नहीं कर सकता है।