ओडिशा के सुंदरगढ़ जिले में तलिता गाँव के रहने वाले, 74 वर्षीय गुरुचरण प्रधान एक रिटायर्ड शिक्षक और किसान हैं। उन्होंने 'कृषक साथी' नाम से एक कृषि यंत्र बनाया है, जो अकेला ही 10 यंत्रों का काम कर सकता है।
ओडिशा में बारगढ़ जिले के गोड़भगा में रहने वाली जयंती प्रधान एक प्रगतिशील महिला किसान हैं। जानिए कैसे, दूसरे किसानों के खेत से मिली बेकार पराली से उन्होंने अपने मशरूम की खेती को आगे बढ़ाया।
ओडिशा के बाड़गढ़ जिले में स्थित इम्पीरियल कॉलेज के निदेशक, दीपक गोयल ने कॉलेज परिसर की लगभग आधा एकड़ जमीन पर सूरजमुखी के पौधे लगाए, जिससे यह एक parrot farm बन गया और अब रोजाना लगभग 500 तोते यहाँ अपना आहार ले पाते हैं।
ओडिशा के कालाहांडी जिले में संचरगाओं के रहने वाले किसान, कृष्ण चंद्र नाग अपने खेत में आम, केला और मौसमी सब्जियां उगाने के साथ-साथ मछली पालन और मुर्गी पालन भी कर रहे हैं, जिससे उनकी कमाई लाखों में हो रही है।
ICAR-NRRI, कटक के वैज्ञानिकों द्वारा कृषि क्षेत्रों में कीटों की जाँच के लिए, एक खास Alternate Energy Light Trap उपकरण विकसित किया गया है, जो किसानों की 'पेस्ट-मैनेजमेंट' में मदद करेगा और इस आविष्कार के लिए उन्हें पेटेंट भी मिला है।
मुंबई में रहने वाले धर्मेंद्र कर, एक पर्यावरण संरक्षक हैं। उन्होंने ओडिशा और मुंबई में, अब तक 8000 से ज्यादा पेड़-पौधे लगवाए हैं और मुंबई की खारघर झील को साफ करके संरक्षित किया है। इसके लिए, उन्हें 'वाटर हीरो 2020' पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया है।