महाराष्ट्र के उस्मानाबाद की रहनेवाली कमल कुंभार को गरीबी के कारण न तो बचपन में शिक्षा मिली और न ही शादी के बाद प्यार। लेकिन आज वह छह अलग-अलग बिज़नेस की मालकिन हैं और एक रोल मॉडल भी।
केरल में रहने वाली जैमी साजी ने देखा कि लोग कटहल खाकर बीजों को फेंक देते थे; लेकिन यह तो सेहत के लिए बहुत ज़्यादा फ़ायदेमंद होते हैं! बस तभी उन्हें अपने स्टार्टअप 'होली क्रॉस इंडस्ट्रीज़' का आईडिया आया और वह एक गृहिणी से बन गईं सफल बिज़नेसवुमन।
बिहार के दरभंगा जिला के बलभद्रपुर गांव में रहनेवाली पुष्पा झा ने साल 2010 में मशरूम की खेती शुरू की थी। शुरुआत में उन्हें काफी नुकसान उठाना पड़ा, लेकिन आज हर दिन हजारों की कमाई हो रही है। पढ़िए यह प्रेरक कहानी!
इंदौर की रहने वाली साक्षी बालदे ने महिलाओं को दुनिया की सैर कराने के लिए ‘लेट हर ट्रैवल’ की शुरुआत नवंबर 2018 में महज 5000 रुपए से की थी। आज उनका सलाना टर्न ओवर करीब 25 लाख रुपए है। पढ़िए यह प्रेरक कहानी।
मेरठ में जन्मीं, अर्जिता सेठी ने अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को में, अपने पति अंशुल धवन के साथ मिलकर, एक EdTech स्टार्टअप ‘Equally’ की शुरुआत की है। इसके अंतर्गत शिक्षा के लिए ‘ऑगमेंटेड रियलिटी’ (AR) का उपयोग किया जाता है।
दिल्ली में पाँच महिलाओं ने मिलकर ‘काकुल’ नाम से एक ऐसे मंच को शुरू किया, जहाँ न सिर्फ पर्यावरण के अनुकूल और हाथों से बने सौ से अधिक उत्पादों को बेचा जाता है, बल्कि इससे दूसरी महिला उद्यमियों को भी बढ़ावा मिल रहा है। पढ़िये एक प्रेरक कहानी।
"पहले हमारे घरों में माल्टा और निम्बू काफी खराब हो जाते थे लेकिन अब हमें इन्हें प्रोसेस करके जूस, अचार और स्क्वाश जैसी चीजें बनाना आता है। अब हमारे यहाँ कुछ बेकार नहीं जाता।"
लंदन से मास्टर डिग्री लेने वाली मुदिता आसपास डायबिटीज के मरीज़ों को देखकर परेशान थीं। इसलिए उन्होंने सोचा कि वह काले चावल को पूर्वोत्तर से बाहर दूसरे राज्यों के बाजारों में उपलब्ध करा सकतीं हैं।
जब भी कोई महिला कुछ नया, कुछ अपना बिज़नेस करने के बारे में सोचती है तो समाज और परिवार अक्सर उसका साथ नहीं देते। लेकिन इससे भी बड़ी चुनौती है कि व्यवसाय के लिए पैसा कहाँ से आये? इसलिए जानिए ऐसी योजनाओं के बारे में जो आपके बिज़नेस शुरू करने के सपने को हक़ीकत में बदल सकती है!