राजस्थान के एक छोटे से गांव के रहने वाले डूंगर सिंह सोढ़ा ने अपने घर की बिजली की समस्या का समाधान खोजते-खोजते एक ऐसा कमाल का आविष्कार कर दिया जिससे आम आदमी से लेकर आर्मी के जवान तक हर कोई झट-पट बिजली बना सकता है।
लक्षद्वीप के रहनेवाले अली मणिकफन सिर्फ सातवीं कक्षा तक ही पढ़ाई की थी। लेकिन, इस साल उन्हें 'ग्रासरूट्स इनोवेशन' की श्रेणी में पद्म श्री से सम्मानित किया गया। जानिए 14 भाषाएँ जानने वाले इस बिना डिग्री के विद्वान की अद्भुत कहानी!
गीताराम, महाराष्ट्र के पुणे जिला के न्हावरे गाँव के रहने वाले हैं। उन्होंने खुद से विंडमिल और सोलर प्लांट विकसित कर, अपने गाँव को भीषण बिजली संकट से उबारा।