IRS डॉ. उज्ज्वल चव्हाण ने अपने गाँव में एक किसान की आत्महत्या से आहत हो, इसे जलसंकट से उबारने का फैसला किया। उनकी कोशिश की वजह से आज 16 गाँव के 30 हजार से अधिक किसानों को लाभ मिल रहा है।
झारखंड के खूंटी में भीषण जल संकट को देखते हुए सेवा वेलफेयर सोसाइटी के संस्थापक अजय शर्मा “बोरी बाँध” के विचार के साथ आए। इससे 70 गाँवों के 8000 किसानों के लिए निर्बाध पानी की व्यवस्था सुनिश्चित हुई।
उत्तर प्रदेश के रामस्नेही घाट में 43 हेक्टेयर के विशाल क्षेत्र में सराही झील है। कभी यह झील कई पक्षियों का बसेरा हुआ करता था, लेकिन पिछले कुछ समय से रखरखाव के अभाव में इसकी स्थिति काफी बदहाल थी। लेकिन, फरवरी, 2019 में यहाँ के नए एसडीएम के तौर पर राजीव शुक्ला की तैनाती हुई और कुछ ही महीने में उन्होंने इसका कायापलट कर दिया।
थमैया ने दो नारियल के पेड़ों के बीच एक चीकू का पेड़ लगाया। नारियल और चीकू के बीच उन्होंने एक केले का पेड़ लगाया। नारियल के पेड़ों के नीचे, उन्होंने सुपारी और काली मिर्च लगाए और बीच में उन्होंने मसालों के पौधे लगाए। जमीन के नीचे भी उन्होंने हल्दी, अदरक, गाजर, और आलू उगाए और इस तरह के कई प्रयोगों और पेड़-पौधों की उपज से आज वह एक सफल किसान हैं।