बीटेक करने के बाद जहाँ ज़्यादातर लोग नौकरी की तलाश में मेट्रो शहरों के चक्कर काटते हैं, वहीं 32 साल के कमल ने खेती को अपना करियर चुना। आइये जानते हैं खेती ने उन्हें लाइफ में पैसे के अलावा और क्या-क्या दिया!
1985 के आस-पास जब वैज्ञानिकों ने ओजोन परत के क्षरण की बात की तो चंद्रपाल सिंह ने इसे काफी गंभीरता से लिया और तभी से शुरू कर दिया औषधीय जंगल बसाने का काम।
"मैं देश के अधिक से अधिक किसानों तक पहुंचना चाहता हूं और किसी कार्पोरेट या एमएनसी पर निर्भरता के बिना अधिक पैदावार में उनकी मदद करना चाहता हूँ।” -जय प्रकाश सिंह