वैज्ञानिकों ने आर्सेनिक अशुद्धियों का पता लगाने के लिए एक ऐसा सेंसर विकसित किया है, जो केवल 15 मिनट में पानी और फूड सैंपल्स में आर्सेनिक का पता लगाने में सक्षम है।
इसरो, अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा की तरह, अंतरिक्ष का अहसास दिलाते उपभोक्ता-उत्पादों की श्रृंखला पेश करने की तैयारी में है। इससे बच्चों, छात्रों और आमजनों की अंतरिक्ष संबंधी गतिविधियों के प्रति रुचि बढ़ेगी।
लखनऊ, उत्तर प्रदेश के रहने वाले 29 वर्षीय मिलिंद राज को पूर्व राष्ट्रपति डॉ. कलाम ने 'ड्रोन मैन ऑफ़ इंडिया' का नाम दिया था। उन्होंने अब तक कई ड्रोन और रोबॉट बनाये हैं।
27 वर्षीया महिमा भालोटिया ने बुजुर्गों को डिजिटल रूप से सशक्त बनाने के लिए ‘द सोशल पाठशाला’ की शुरूआत की है, जिसके जरिए वह 50 से ज्यादा उम्र के लोगों को स्मार्ट फोन चलाना, इंटरनेट इस्तेमाल करना, मोबाइल एप्लीकेशन इस्तेमाल करना और नेटबैंकिंग जैसी चीजें सिखा रही हैं।
एक बड़ी टीवी कंपनी में उन्हें जॉब भी मिली। पर जब उन्हें उनका काम समझाया गया तो वह दंग रह गयीं। काजल को असेंबली लाइन में खड़े होने का काम दिया जा रहा था, जहाँ 12वीं पास लोग भी काम कर रहे थे।