मिलिए, दिल्ली के 63 वर्षीय अमरजीत सिंह चावला से, जिन्होंने 60 साल की उम्र में अपनी कार से 33 देशों की यात्रा, 145 दिनों में पूरी करके अपने 40 साल पुराने सपने को पूरा कर लिया।
परिवार के लिए सालों तक चाय बनाने वाली एक सामान्य गृहिणी कोकिला पारेख ने अपने हाथों के स्वाद के दम पर अपने बिज़नेस की शुरुआत की, वह भी 80 की उम्र में। पढ़े उनकी प्रेरक कहानी।
मिलिए अहमदाबाद के साबरमती इलाके में रहनेवाली 70 वर्षीया जड़ी बा से, जिन्होंने जीवन में बचपन से कठिनाइयां ही देखी हैं। बावजूद इसके उन्हें जीवन से कोई शिकायत नहीं है, बल्कि वह तो इस बात से खुश हैं कि वह काम करके आत्मनिर्भर हैं।
60 की उम्र में शुरू किया बिज़नेस और 88 की उम्र में बेंगलुरु की नागमणि Roots & Shoots नाम से हर्बल ऑयल का बिज़नेस चला रही हैं। पढ़िए कैसे उनका बनाया तेल बना उनकी पहचान।
संबलपुर की संतोषीनी मिश्रा 74 की उम्र में भी शहर की कई शादियों और समारोहों में केटरिंग सर्विस का काम करती हैं। वह अपनी कैटरिंग एजेंसी के माध्यम से कइयों को रोजगार भी दे रही हैं।
दिल्ली की 66 वर्षीया वसंती अखानी, पकौड़ी और नाश्ते बेचा करती थीं। कड़ी मेहनत के बाद उन्होंने अपने बच्चों को एक अच्छा जीवन दिया और काबिल बनाया। अब वह खुद मौज़ भरा जीवन जी रही हैं। उन्हें फिल्मों का बड़ा शौक है और अपने फ़िल्मी अंदाज के कारण वह सोशल मीडिया स्टार बन गई हैं।
कुन्नूर में रहने वाली 68 वर्षीया तारा जयप्रकाश पिछले कई सालों से बुनाई और क्रोशिया का काम कर रही हैं। तारा कुशन कवर, शॉल, बेबी सेट, टिश्यू बॉक्स व बेडशीट जैसी चीजें बनाकर शहर में आयोजित होने वाले मेलों में या सीधा ग्राहकों को बेचती हैं।