जो लोग विज्ञान तक नहीं पहुंच पा रहें, विज्ञान को उन तक पहुंचाने के लिए पिछले 11 सालों से पंजाब के यह टीचर एक अनोखा प्रयास कर रहे हैं। उनकी चलती फिरती कार में आपको गणित के फॉर्मूले से लेकर अंतरिक्ष की अनोखी दुनिया तक, सब कुछ देखने को मिल जाएगा ।
जगदीश चंद्र बोस के पिता ब्रिटिश सरकार में एक बड़े अधिकारी थे। फिर भी, उन्होंने बेटे को एक बांग्ला स्कूल में भेजा। यहां बोस किसानों और मजदूरों के बच्चों के साथ पढ़ते थे, जिससे उनके भीतर प्रकृति के प्रति प्रेम की भावना जागी।
इसरो, अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा की तरह, अंतरिक्ष का अहसास दिलाते उपभोक्ता-उत्पादों की श्रृंखला पेश करने की तैयारी में है। इससे बच्चों, छात्रों और आमजनों की अंतरिक्ष संबंधी गतिविधियों के प्रति रुचि बढ़ेगी।
Haryana में यमुनानगर जिले के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल, कैंप में विज्ञान अध्यापक के पद पर कार्यरत दर्शन लाल बवेजा को शिक्षक के साथ-साथ विज्ञान संचारक के रूप में भी जाना जाता है। बच्चों को विज्ञान के अलग-अलग सिद्धांत समझाने के लिए उन्होंने 250+ हैंड्स ऑन गतिविधियाँ तैयार की हैं।