कोझीकोड के ई. बालकृष्णन की छत पर 500 से अधिक किस्मों के कैक्टस के पौधे हैं, जिसे उन्होंने देश के विभिन्न हिस्सों के साथ-साथ जापान, चीन, इंडोनेशिया, ब्राजील से इकट्ठा किया है।
अहमदाबाद के डॉ. दिनेश पटेल ने बीमारी के इलाज करने से ज्यादा जरूरी समझा, बीमारी को जड़ से मिटाना। इसी सोच के साथ, वह पिछले 30 सालों से प्रकृतिक खेती कर रहे हैं।