प्लास्टिक कचरे के चलते हर साल लगभग 1 लाख समुद्री जीव-जन्तु मरते हैं, तो वहीं हर साल प्लास्टिक बैग के उत्पादन पर लगभग 4.3 बिलियन का पेट्रोल खर्च होता है।
Bengaluru की रहने वाली तेजश्री मधु और उनकी दोस्त, अनिता शंकर ने साल 2017 में 'अस्तु इको' नाम से एक स्टार्टअप शुरू किया। यह स्टार्टअप 'पृथ्वी और पर्यावरण के अनुकूल' उत्पाद जैसे शॉपिंग बैग, क्रोकरी (प्लेट, गिलास, चम्मच), स्टील की स्ट्रॉ, बॉक्स आदि की डिजाइनिंग व निर्माण करता है।
गुजरात में वडोदरा के छोटा उदेपुर जिले के वन विभाग ने बीज से छोटे पौधे उगाने के लिए प्लास्टिक बैग छोड़ नारियल के खोल (शैल) का इस्तेमाल करना शुरू किया है। इस पहल का उद्देशय प्लास्टिक के इस्तेमाल को खत्म करना और शहर से इकट्ठा होने वाले कचरे का प्रबंधन करना है।