कम निवेश और कम देखभाल में ज़्यादा मुनाफ़े के लिए मोती की खेती कर रहे अजमेर, रसूलपुरा गांव के 41 वर्षीय रज़ा मोहम्मद ने प्रयोग के तौर पर एक छोटी सी शुरुआत की थी, लेकिन आज वह इससे लाखों कमा रहे हैं।
2009 में बिहार के जयशंकर ने 1 बीघा जमीन में 5 फीट गहरा और 15 फीट की मिट्टी की बाउंड्री वाला एक तालाब खोदा। कम से कम 5,000 मसल्स वाले तालाब से सालाना दर्जनों बाल्टी-मोती मिलते हैं। समझिये इनका मॉडल।
शुरुआत में रंजना परिवार इस बिज़नेस के लिए सहमत नहीं हो रहे थे, इसलिए उन्होंने तय किया कि वह पहले घर पर ही मोती की खेती करके दिखाएंगी और परिवार का विश्वास जीतेंगी।