बीटेक करने के बाद जहाँ ज़्यादातर लोग नौकरी की तलाश में मेट्रो शहरों के चक्कर काटते हैं, वहीं 32 साल के कमल ने खेती को अपना करियर चुना। आइये जानते हैं खेती ने उन्हें लाइफ में पैसे के अलावा और क्या-क्या दिया!
2012 में कंप्यूटर साइंस में एमटेक करने वाली वल्लरी इस वक्त ट्रैक्टर से अपने खेत जोतने से लेकर फसलों की पैदावार, उनकी मार्केटिंग, पैकेजिंग तक का काम अपनी देख-रेख में करती हैं।
तमिलनाडु की मुथु ने महामारी के इस दौर में बाहर से सब्जियों की खरीद को बेहद कम कर दिया है। वह अपनी 500 वर्ग फुट की छत पर, 100 से अधिक ग्रो बैग्स में 25 तरह की सब्जियाँ उगाती हैं।
नौकरी छोड़ खेती शुरू करने वाले अनीश का मानना है कि यदि हम भोजन को अपनी दवा बना लेते हैं, तो हमें बीमारियों के बारे में चिंता करने की आवश्यकता नहीं होगी।
आनंद बताते हैं कि उन्होंने अपनी 13 साल की नौकरी के दौरान उत्तर प्रदेश, पंजाब से लेकर हरियाणा, राजस्थान और पटना तक काम किया, लेकिन वह सुख नहीं मिला, जो उन्हें खेतों में मिलता है।