बैम्बू, गोबर, मिट्टी, ईंटें, रीसाइकल्ड लकड़ी और स्थनीय पत्थर; आस-पास मिलने वाली चीज़ों से यह घर बनाया है महाराष्ट्र के तीन दोस्तों ने, जो पेशे से आर्किटेक्ट हैं और गाँव की साधारण जीवनशैली से बेहद प्रभावित हैं। इसलिए इन्होंने अपनी कला से बनाया है यह प्राकृतिक घर।
कर्नाटक के सात्विक एस और प्रदीप खंडेरी Suraksha Mudblock नाम की एक कंपनी चलाते हैं। यहां इंटरलॉकिंग मड ब्रिक विधि का इस्तेमाल करके मिट्टी के घर बनाए जाते हैं, जिससे पर्यावरण को नुकसान भी नहीं होता और खर्च भी कम होता है।