साल 2019 में, बीटेक सेकंड ईयर की पढ़ाई के समय विशाल श्रीवास्ताव ने सूखा प्रभावित इलाकों का दौरा किया, जिसके बाद मानो उनके जीवन को एक नई दिशा मिल गई। तब से वह अलग-अलग संस्थाओं से जुड़कर पौधा रोपण का काम करने में लग गए और अब तक लाखों पौधे लगा चुके हैं।
चेन्नई के कोट्टूरपुरम में तीन हजार वर्ग फुट की एक जमीन पर सीमेंट के मलबे और कचरे का अंबार लगा था। ग्रेटर चेन्नई कॉरपोरेशन के क्षेत्रीय उपायुक्त (दक्षिण क्षेत्र) IAS डॉ. एल्बी जॉन वर्गीज ने यहाँ Miyawaki Method से जंगल उगाने का फैसला किया।