30 वर्षीय कौशिक विश्वनाथ न्यूयॉर्क शहर में काम करते हैं। उन्हें पता चला कि वह कोविड-19 से संक्रमित हैं। लेकिन कोविड-19 के साथ जंग में वह जीते और इस बीमारी से पूरी तरह उबरने के बाद द बेटर इंडिया के साथ अपने अनुभव साझा किए।
लॉकडाउन की वजह से बहुत से लोगों की आमदनी रुक गई है और उनके घरों में पर्याप्त खाने-पीने के साधन भी नहीं बचे हैं। ऐसे में आप जैसे सक्षम लोगों को भी ऐसे ज़रूरतमंदों की मदद करने का मिल रहा है मौका!
ICMR के अनुसार, COVID-19 से ग्रस्त मरीज़ों में से लगभग 5% को बहुत ज्यादा देखभाल की ज़रूरत होगी और इसे देखते हुए देश की कुछ मेडिकल-टेक्नोलॉजी कंपनियां दिन-रात काम कर रहीं हैं।
सरकार ने COVID-19 से लड़ रहे सभी स्वास्थ्य कर्मचारियों के लिए एक खास बीमा योजना की घोषणा की है, जिसमें अस्पतालों के डॉक्टरों से लेकर सफाई कर्मचारी तक शामिल हैं!