Powered by

Latest Stories

HomeTags List Khadi

Khadi

कलमखुश: 80 साल से कपड़ों की कतरन से बना रहे हैं हैंडमेड पेपर, गाँधी जी का था आईडिया

By प्रीति टौंक

गाँधी जी हमेशा स्वदेशी और ईको-फ्रेंडली वस्तुओं के इस्तेमाल पर जोर देते थे, उन्होंने इसी विचार के साथ, अहमदाबाद गाँधी आश्रम में चरखा से सूत बनाने और हैंडमेड पेपर बनाने जैसे काम की शुरुआत की। आगे चलकर यह हैंडमेड पेपर उद्योग कलमखुश बना और आज तक चल रहा है।

कहानी खादी की: हजारों वर्षों की वह परंपरा, जिसने तय किया सभ्यता से फैशन तक का सफर

भारतीय समाज में खादी का इस्तेमाल सभ्यता के आरंभ से ही रहा है। इसने आजादी की लड़ाई में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। यही कारण है कि खादी केवल कोई कपड़ा नहीं, बल्कि एक विचार है।

माँ से 30 हजार उधार लेकर शुरू किया था ऑर्गेनिक खादी ब्रांड, अब 50 लाख का टर्नओवर!

मध्य प्रदेश स्थित KhaDigi जैविक कपास जैसे अन्य प्राकृतिक फाइबर और बांस एवं सोयाबीन के कचरे का उपयोग करता है।