घर के हर कबाड़ को काम का समझते हैं श्री मुक्तसर साहिब, पंजाब के रहनेवाले 18 वर्षीय जुगाड़ू कारीगर प्रज्जवल सोनी, जिन्होंने बड़ी सामान्य सी चीजों के इस्तेमाल से एक से बढ़कर एक काम की चीज़ें बनाई हैं।
पेट्रोल-डीजल की आसमान छूती कीमतों और प्रदूषण की समस्या को देखते हुए चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों ने एक ऐसा E-Tractor बनाया है, जिससे न सिर्फ 25 फीसदी पैसों की बचत हो सकती है, बल्कि लाखों टन जहरीले गैसों का उत्सर्जन भी कम होगा।
दिल्ली में रहने वाले कैफ अली को अपने 'स्पेस इरा प्रोजेक्ट' के लिए डायना अवॉर्ड, अर्न्स्ट एंड यंग अवॉर्ड, कॉमनवेल्थ मिशन द्वारा सस्टेनेबल डेवलपमेंट अवार्ड जैसे कई पुरस्कार मिल चुके हैं। जानिए क्या है यह प्रोजेक्ट।
सुल्तानपुर के आनंद पांडेय एक इंजीनियर, आविष्कारक और उद्यमी है। उन्होंने ड्राइवरलेस मेट्रो ट्रेन मॉडल, बैग कम चेयर और लड्डू बनाने वाली मशीन जैसे कई आविष्कार किए हैं।
राजस्थान में श्रीगंगानगर जिले के रहने वाले 62 वर्षीय गुरमैल सिंह धौंसी, एक फैब्रीकेटर, मैकेनिक और आविष्कारक हैं। उन्होंने कम्पोस्ट मेकर, ट्री प्रूनर जैसी 20 से ज्यादा मशीनें बनाई हैं।
ओडिशा के सुंदरगढ़ जिले में तलिता गाँव के रहने वाले, 74 वर्षीय गुरुचरण प्रधान एक रिटायर्ड शिक्षक और किसान हैं। उन्होंने 'कृषक साथी' नाम से एक कृषि यंत्र बनाया है, जो अकेला ही 10 यंत्रों का काम कर सकता है।
असम के धेमाजी में रहने वाले नबजीत भराली ने जरूरतमंदों व दिव्यांगजनों के लिए कई ज़रूरी आविष्कार किए हैं, जिसके लिए उन्हें राष्ट्रीय पुरस्कार भी मिल चुका है।
गुजरात के जूनागढ़ में पिखोर गाँव के रहने वाले, अमृत भाई अग्रावत (75) किसानों के लिए कई तरह के आविष्कार करके, उनकी समस्याओं को हल करते हैं। अपने इन्हीं कार्यों के लिए, उन्हें राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर कई पुरस्कार मिले हैं और उनके एक आविष्कार को पेटेंट भी मिला है।