पुणे में एक सोशल एंटरप्राइज़ चलानेवाले अनीश मालपानी ने दो साल की रिसर्च के बाद, मल्टी-लेयर प्लास्टिक को रीसायकल करके ट्रेंडी सनग्लासेज़ बनाने का एक तरीका खोज निकाला है।
हरियाणा के पानीपत के रहने वाले अर्श शाह दिलबगी ने महज 16 साल की उम्र में ‘टॉक’ नाम से एक ऐसे यंत्र को बना डाला था, जो एमियोट्रॉफ़िक लैटरल स्कलिरॉसिस और पार्किंसन रोग जैसी बीमारियों की वजह से अपनी आवाज खो बैठे लोगों को साँसों के जरिए बोलने में मदद कर सकती है।