गुजरात के पाटण में रहनेवाली तन्वी बेन और उनके पति एक प्राइवेट जॉब कर रहे थे। लेकिन दोनों ने अपनी नौकरी छोड़ जैविक खेती करने का फैसला किया और अब बड़े पैमाने पर मधुमक्खी पालन कर लाखों कमा रहे हैं।
जसवंत सिंह तिवाना पंजाब के लुधियाना के रहनेवाले हैं। चार दशक पहले उन्होंने सिर्फ दो बॉक्स से मधुमक्खी पालन शुरू किया था, लेकिन आज उनकी गिनती पंचाब के सबसे सफल मधुमक्खी पालकों में होती है। जानिए क्यों?
हरियाणा के रहनेवाले श्री नारायण ने MBA करने के बाद, कहीं नौकरी करने के बजाय ‘अद्वैतम फूड्स’ नाम से शहद का बिजनेस शुरू किया। इसे उन्होंने सिर्फ 80 हजार से शुरू किया था, लेकिन आज हर महीने लाखों कमा रहे हैं।
अहमदाबाद, गुजरात के CA प्रतीक घोडा ने नौकरी छोड़कर ‘Bee Base Pvt Ltd’ नामक Honey Business शुरू किया। उनकी यह कंपनी शहद बेचने के साथ, मधुमक्खियों के संरक्षण के लिए भी काम कर रही है।