यह घर है गुजरात के प्रगतिशील पशुपालक रमेश भाई का, जो गोंडल के पास वोरा कोटडा गांव में उनके खेत के बीच बसा हुआ है। यह घर देशी गाय का गोबर, नदियों के जल और और बिना सीमेंट के केवल प्राकृतिक चीज़ों से ही बना है, जो इसे बेहद खूबसूरत और सस्टेनेबल बनाते हैं।
सालों पहले गुजरात के नवसारी जिले के दोलधा गांव के किसान, नुकसान के कारण खेती छोड़ने को मजबूर थे। लेकिन आज यह गांव नर्सरी हब बन गया है और पूरे गुजरात, महाराष्ट्र सहित कई राज्यों में पौधे बेचता है।