मिलिए कोलकाता की मौसमी मंडल से, जिन्होंने अपने खाली समय में अपने गार्डन के वीडियोज़ बनाकर यूट्यूब पर अपलोड करना शुरू किया और आज वह गार्डनिंग के अपने शौक़ के कारण यूट्यूब से कमाई भी कर रही हैं।
हरिद्वार के रहनेवाले सुधीर सैनी ने जब 2018 में अपना खुद का घर बनाया, तब उन्होंने घर को सजाने के लिए कई पौधे पहले ही तैयार कर लिए थे। यही कारण है कि उनका घर आज फूलों की बेल से भरा हुआ है।
कभी दिल्ली में रहनेवाली पल्लवी को लगता था कि शहर से दूर जीवन बहुत बोरिंग होगा, लेकिन आज वह शहर से दूर बने क्वार्टर में ढेरों पौधों के साथ रहती हैं और इन्हें छोड़कर शहर जाना ही नहीं चाहतीं, जानें कैसे हुआ यह संभव।
रांची में सरकारी क्वार्टर में रहने वाली दीपिका लकड़ा को गार्डनिंग से खास लगाव है। वह कई तरह के सजावटी पौधे उगा रही हैं और साथ ही एक नर्सरी भी चला रहीं हैं।
मेरठ की सुमिता सिंह जब भी अपने बचपन को याद करतीं, उन्हें असम की हरियाली याद आती। पर यहाँ न आँगन था, न छत! फिर क्या, उन्होंने अपनी छोटी सी बालकनी में ही 300 से ज़्यादा पौधे लगा दिए। आप भी लीजिए उनसे बागवानी के कुछ टिप्स।