केरल के पुरुषन एलूर ने कोच्चि के पास एलूर में एक सस्टेनबल घर बनाया है। इस घर की खासियत यह है कि यह फ्लड-प्रूफ है, यानि इसमें बाढ़ का खतरा नहीं है। इसके लिए उन्होंने अपने 25 साल पुराने कंक्रीट के घर को रिसाइकल किया, जो 2018 केरल बाढ़ के दौरान काफी क्षतिग्रस्त हो गया था।
पुणे के आर्किटेक्ट दम्पति, सागर शिरुडे और युगा आखरे पर्यावरण ने प्राकृतिक और स्थानीय वस्तुओं से चार महीने में तैयार किया अपने लिए दो मंजिला मिट्टी का घर।
नागालैंड के दीमापुर के स्कूल में बच्चों को फिटनेस ट्रेनिंग देनेवाले असाखो चेस ने लॉकडाउन में मिले खाली समय में बनाया अपने सपनों का घर। मात्र 10×14 के क्षेत्र में बने इस घर को देखने के लिए दूर-दूर से आ रहे हैं लोग।