सूरत के मगन भाई का पूरा परिवार सालों से डायमंड बिज़नेस से जुड़ा था। लेकिन खेती और पशुपालन के अपने शौक़ के कारण, उन्होंने पांच साल पहले थोड़ी जमीन और दो गायें भी खरीदी थीं। कोरोना के कठिन दौर में पशुपालन ही उनके काम आया, चार भाइयों का पूरा परिवार आज डेयरी बिज़नेस से सालाना एक करोड़ का टर्नओवर कमा रहा है।
मेहुलभाई सुतारिया ने 2018 में ‘हरिबा डेयरी फार्म’ की शुरुआत अपने पिता के रिटायरमेंट प्लान के रूप में किया। अब उनकी इच्छा इसे अमूल की तरह एक को-ऑपरेटिव मॉडल बनाने की है। जानिए कैसे!
केरल के मलप्पुरम के रहने वाले जमशीर को बचपन से ही खेती और पशुओं से खास लगाव था। इसलिए उन्होंने इंजीनियरिंग करने के बाद भी इसी में अपना कैरियर बनाने का फैसला किया। आज वह आधुनिक तरीके से डेयरी फार्मिंग कर, हर महीने एक लाख रुपये कमा रहे हैं। पढ़िए उनकी प्रेरक कहानी!