रिटायरमेंट के बाद अक्सर लोग आराम भरा जीवन जीने के सपने देखते हैं, लेकिन आयकर अधिकारी आर के पालीवाल ने रिटायरमेंट के बाद 20 एकड़ खेत पर कम्युनिटी फार्मिंग करना शुरू किया, जिसके जरिए वह जैविक खेती को बढ़ावा देना चाहते हैं। इससे पहले भी नौकरी में रहते हुए वह मॉडल गांव के लिए काम करते रहते थे।
हैदराबाद के सुनीथ रेड्डी ने अपने दोस्त शौर्य चंद्रा के साथ ‘बी फॉरेस्ट’ की शुरुआत की थी। उनकी यह पहल उन लोगों के लिए है, जो शहर की भीड़-भाड़ से दूर प्रकृति के नजदीक रहकर जैविक खेती करना चाहते हैं।
आज करीब 80 स्थानीय किसान राकेश महंती से जुड़ कर 50 एकड़ ज़मीन पर काम कर रहे हैं। इन किसानों को हर माह निश्चित वेतन के साथ ही लाभ का 10 प्रतिशत दिया जाता है।