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मुसलमानों के रहबर-ए-आज़म और हिन्दुओं के दीनबंधु, जिनकी वजह से बने किसानों के हित में कानून!

By निशा डागर

मुस्लमानों के रहबर-ए-आज़म और हिन्दुओं के दीनबंधु सर छोटूराम का जन्म 24 नवम्बर 1881 में झज्जर के छोटे से गांव गढ़ी सांपला में बहुत ही साधारण किसान परिवार में हुआ। उन्होंने वकालत की डीग्री ली। ताउम्र उन्होंने किसानों और गरीबों के लिए काम किया। 9 जनवरी 1945 को उनका निधन हुआ।

मिलिए यूपी के रामवीर कश्यप से, 120 साल पुरानी मस्जिद की कर रहे हैं देखभाल!

By निशा डागर

उत्तर-प्रदेश के मुज़फ्फरनगर के नन्हेड़ा गांव में पिछले 25 सालों से एक मिस्त्री (मकान बनाने वाला) लगभग 120 साल पुरानी मस्जिद का रख-रखाव कर रहा है। 59 वर्षीय रामवीर कश्यप के लिए यह उनका 'धार्मिक' कर्तव्य है। आश्चर्य की बात यह है कि इस गांव में एक भी मुस्लिम नहीं है।

केरल: बाढ़ के बाद मिला सद्भावना का सन्देश, मुस्लिम युवाओं ने किये मंदिर साफ़!

By निशा डागर

केरल की बाढ़ में हिन्दू और मुसलमान के बीच के मतभेद जैसे बाह गए हों। जी हाँ, वायनाड और मलप्पुरम में दो मुस्लिम युवा संगठन मिलकर मंदिरों की सफाई में जुटे हैं। बाढ़ के बाद हर जगह मिट्टी और गंदगी है। ऐसे में वायनाड के वन्नियोडे श्री महा विष्णु मंदिर की सफाई कुछ मुस्लिम लड़कों ने शुरू की।

मुंबई पुलिस का सराहनीय कार्य, 1500 की भीड़ से बचाई 2 वर्षीय बच्चे सहित पांच लोगों की जान!

By निशा डागर

महारष्ट्र में 1 जुलाई, 2018 की रात लगभग 11 बजे मालेगांव के पुलिस अधीक्षक, आईपीएस अफसर हर्ष ए. पोद्दार को मदद के लिए एक फ़ोन आया। दरअसल, लगभग 1500 लोगों की भीड़ एक पांच-सदस्यी परिवार को मारने के लिए आतुर थी। क्योंकि उन्हें संदेह था कि यह परिवार अपहरणकर्ता है। लेकिन पुलिस की समय-रहते कार्यवाही ने इस परिवार की जान बचायी।

इस मुस्लिम युवक ने रोज़ा तोड़ बचायी एक अंजान हिन्दू की जान, रक्तदान करने के लिए खाया खाना!

By निशा डागर

जहां एक तरफ आये दिन देश में राजनैतिक दल धर्म और जाति के नाम पर लोगों को बांटकर अपनी रोटियां सेंकते हैं वहीं देश के युवाओं की सोच दिन-प्रतिदिन इन धर्म और जात-पात के पाखंडो से ऊपर उठ रही है। देहरादून के आरिफ़ खान इसी उम्दा सोच का उदहारण है जिन्होंने एक इंसान की जान बचने के लिए धर्म को नहीं बल्कि इंसानियत को महत्व दिया।