कब्ज ठीक करने के लिए त्रिफला आज से ही नहीं प्रयोग में लाया जा रहा। बल्कि हमारी आपकी दादी-नानी के समय से, यह इस समस्या का बेहतरीन समाधान बना हुआ है। लेकिन क्या यह सचमुच काम करता है?
झारखंड के रहनेवाले, जीवनबोध एग्रोटेक के संस्थापक, प्रसेनजीत कुमार ने बोकारो में अपने बैकयार्ड में तटीय क्षेत्रों में उगने वाली शहतूत (noni cultivation) उगाने में कामयाबी हासिल की है।
छत्तीसगढ़ के प्रसिद्ध श्वास-रोग विशेषज्ञ डॉ. गिरीश अग्रवाल का कहना है कि संभावित तीसरी लहर पर सबसे ज़्यादा जरुरी है, एहतियात एवं जागरूकता। जिस नए डेल्टा प्लस वैरिएंट की बात हो रही है, वह निश्चित ही घातक है, वायरस में नियमित अनुवांशिक बदलाव हो रहे हैं, जिससे सावधान रहना बहुत जरुरी है।
सुपरफूड्स की दुनिया में लंबे समय से छाए, भारतीय रसोई की शान सहजन को मुरुंगक्कई या मोरिंगा के नाम से भी जाना जाता है। यह रक्तचाप, मधुमेह और मोटापे को नियंत्रित करने में मदद करता है। जानिए वैज्ञानिक शोध इसके बारे में क्या कहते हैं।
Fortis अस्पताल, बसंत कुंज, दिल्ली के पल्मनॉलॉजी विभाग के वरिष्ठ सलाहकार, डॉ. भरत गोपाल कोरोना मरीजों के ऑक्सीजन स्तर में सुधार लाने संबंधित सभी सवालों के जवाब दे रहे हैं।
ध्र प्रदेश के कडप्पा जिले में 28 वर्षीया डॉ. नूरी परवीन, जरूरतमंद और गरीब लोगों के लिए क्लिनिक चला रही हैं, जहाँ वह मात्र 10 रुपये में मरीज़ों का इलाज करती हैं।
मुंबई के शशांक मोधिया ने साल 2019 में अपने स्टार्टअप 'द रीनल प्रोजेक्ट' की शुरुआत की और इसके तहत वह टियर II और टियर III शहरों में रहने वाले 150 किडनी मरीजों को नियमित रूप से किफायती डायलिसिस की सुविधा प्रदान कर रहे हैं।
डॉक्टरों को भले ही भगवान का दूसरा रूप कहा जाता है। दिल्ली स्थित एम्स में एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. प्रसून चटर्जी अपने पेशे के साथ-साथ सामाजिक कर्तव्य का निर्वहन करते हए ओल्ड एज होम में रहनेवाले इन बुजुर्गों के स्वास्थ्य की देखभाल कर रहे हैं।
रूरल हेल्थ केयर फाउंडेशन के सेंटर्स पर आने वाले मरीज़ों से कंसल्टेशन फीस मात्र 80 रुपये ली जाती है और उन्हें एक हफ्ते की दवाइयां मुफ्त में दी जाती हैं!