कैसे करें? हैंडमेड टॉय बिज़नेस, जानें 59 की उम्र में बिज़नेसवुमन बनीं ममता से

handmade toys business

गुरुग्राम में रहनेवाली 60 वर्षीया ममता गुप्ता ने डेढ़ साल पहले ही अपनी हॉबी को अपने बिज़नेस में बदला है। वह घर से ही सोशल मीडिया के ज़रिए अपने बनाए हैंडमेड टॉयज़ बेचती हैं।

आज से डेढ़ साल पहले तक गुरुग्राम में अपनी बेटी के साथ रहनेवाली,  60 साल की ममता गुप्ता सिर्फ एक गृहिणी थीं। लेकिन आज वह एक सफल हैंडमेड टॉय बिज़नेस चला रही हैं। उन्हें बचपन से क्रोशिया से अलग-अलग चीजें बनाने का शौक़ था। लेकिन यह कमाई का ज़रिया बन सकता है, उन्होंने कभी नहीं सोचा था। 

59 की उम्र तक एक गृहिणी रहने के बाद, यह इतना आसान तो नहीं था। लेकिन आज उनके हाथ से बने खिलौनों के ऑर्डर्स देश भर से आते हैं। उन्होंने घर से ही बिना ज़्यादा इन्वेस्टमेंट के इस बिज़नेस की शुरुआत की थी। 

आप भी अगर अपने आर्ट और क्राफ्ट के हुनर को बिज़नेस में बदलने की सोच रहे हैं, तो पहले जान लें कि किन बातों का ध्यान रखना होगा और कौन सी तकनीक आ सकती है काम। 

Handicraft business by Mamta gupta

1. क्यों चुना यह हैंडमेड टॉय बिज़नेस?

ममता- “बचपन से ही मैं क्रोशिया से कुछ न कुछ बनाती रहती थी। हालांकि, ऐसे कई लोग हैं, जो क्रोशिया से चीज़ें बनाते हैं, लेकिन मैंने ऊन से अपने नाती और नातिन के लिए बिना प्लास्टिक का इस्तेमाल किए खिलौने बनाए थे। ऐसे खिलौने आसानी से बाज़ार में नहीं मिलते और वे खिलौने मेरी बेटियों को इतने अच्छे लगे कि उन्होंने मुझे इसका बिज़नेस करने का आईडिया दिया।” 

*तो अगर आपके पास कोई ऐसी कला है, जिससे आप कुछ हटकर चीज़ें बना सकते हैं, तो आप इस बिज़नेस के बारे में सोच सकते हैं। लेकिन आपको अपने प्रोडक्ट को थोड़ा नए लुक के साथ बनाना होगा। 

2. कैसे शुरू हुआ बिज़नेस?

ममता- “मेरे पति पहले से ही एक बिज़नेस से जुड़े हुए थे, लेकिन मैंने कभी बिज़नेस में ज़्यादा रुचि नहीं ली। इसलिए मुझे ज़्यादा प्लानिंग के बारे में नहीं पता था। शुरुआत में  मैंने अपने बनाए खिलौने, अपने दोस्तों को दिखाए, जो सबको नए और हटकर लगे। इससे मुझे विश्वास हो गया कि इसका बिज़नेस किया जा सकता है और फिर मेरी बेटी ने सोशल मीडिया पर मेरे प्रोडक्ट्स की फोटोज़ अपलोड कर, इस ओर पहला कदम बढ़ाने में मेरी मदद की। बस इस तरह हुई मेरे बिज़नेस की शुरुआत।”

*अगर आपके प्रोडक्ट्स भी लोगों को पसंद आ रहे हैं, तो आप इसकी जानकारी ज़्यादा से ज़्यादा लोगों तक शेयर करें। फिर चाहे वह सोशल मीडिया हो या अपने आस-पास के दोस्त और रिश्तेदार। इस तरह आपको पहला ऑर्डर मिलने में मदद मिलेगी। 

3. शुरुआत में कैसे मिले ऑर्डर्स?

ममता- “मेरी खुशकिस्मती है कि पहले ही दिन मुझे फेसबुक के ज़रिए ऑर्डर्स मिल गए। जितने भी प्रोडक्ट्स की फोटोज़ हमने अपलोड की थीं, वे सभी बिक गए। लेकिन फेसबुक पर सिर्फ करीबी दोस्त ही प्रोडक्ट्स देख सकते थे। इसलिए एक समय के बाद मुझे ऑर्डर्स मिलने बंद भी हो गए। फिर मैंने दूसरे सोशल मीडिया प्लेटफार्म का उपयोग करना शुरू किया।” 

*ज़रूरी है कि आप अपने प्रोडक्ट्स को बेहतरीन तरीके से बनाकर अच्छी फोटो खींचे और अपलोड करें और ध्यान रहे कि प्रोडक्ट का दाम शुरुआत में काफी  ज़्यादा न हो।  

4. कितना निवेश किया?

Mamta Gupta
Mamta Gupta

ममता – ”शुरुआत में मैंने तो मात्र 300 रुपये के ऊन खरीदकर, तीन से चार अलग-अलग तरह की डॉल्स बनाई थीं और सोशल मीडिया पर डाल दिया था। फेसबुक के ज़रिए मुझे 1200 रुपये का ऑर्डर पहले दिन ही मिल गया था।”  

*ममता कहती हैं कि शुरुआत में ज़्यादा निवेश न करें। कोशिश करें कि धीरे-धीरे अपने मुनाफे को ही अपना निवेश बनाएं। 

5. बिज़नेस में सोशल मीडिया का रोल क्या है?

ममता- “शुरुआत में मेरा फेसबुक पर ही अकाउंट था। लेकिन मैंने बिज़नेस के लिए इंस्टाग्राम पर mg_crochetstudio नाम से एक अकाउंट बनाया और फिर वहां अपने बनाए टॉयज़ के फोटोज़ अपलोड करने लगी।  मुझे इस्टाग्राम चलाना और वहां फोटो क्लिक करके अपलोड करना भी नहीं आता था। 

मेरी बेटी ने मुझे यह सबकुछ सिखाया।  मेरी बेटी की खुद की नौकरी है, उसको ज़्यादा समय नहीं मिलता। इसलिए मैंने जल्दी-जल्दी यह सब सीख लिया। आज मुझे सबसे ज़्यादा ऑर्डर्स इंस्टाग्राम से ही आते हैं।” 

*आप भी सोशल मीडिया पर अपने बिज़नेस के बारे में जानकारी दे सकते हैं। इस्टाग्राम, बिज़नेस को बढ़ाने का सबसे अच्छा प्लेटफार्म है। आप भी ममता की तरह ऐसा करके मार्केटिंग कर सकते हैं। इंस्टाग्राम पर रील्स और फोटो पोस्ट पर भी आप क्रिएटिविटी दिखाकर अपने पेज को आकर्षक बना सकते हैं।  

6. बिज़नेस को आगे बढ़ाने के लिए क्या ज़रूरी है?

ममता- “आपको नई-नई चीजें सीखने के लिए हमेशा तैयार रहना चाहिए। इसके लिए लोगों की प्रतिक्रिया लेते रहें। इंस्टाग्राम पर मैं नियमित रूप से ग्राहकों के सवालों के जवाब देती रहती हूँ। लोगों को क्या पसंद है, उनकी मांग को ध्यान में रखकर नए प्रयोग करती हूँ। मैंने टॉयज़ में गुड़िया बनाने से शुरुआत की थी, लेकिन अब मैं हेयर एक्सेसरीज़ और पर्सनलाइज्ड चीजें भी बनाती हूँ।  ग्राहकों की फरमाइश पर काम करके ही आप आगे बढ़ सकते हैं।  कई बार पर्सनलाइज्ड प्रोडक्ट्स बनाने में काफी समय लगता है और एक बार में प्रोडक्ट अच्छा नहीं बन पाता इसलिए प्रैक्टिस करते रहें।”   

*अपने प्रोडक्ट्स का दायरा बढ़ाते रहें।  नए-नए प्रोडक्ट्स को भी शामिल करें। इससे ग्राहकों की एक जगह पर ही अपनी ज़रूरत का सारा सामान मिल जाएगा। यह आपके बिज़नेस के लिए काफी अच्छा होगा।  

7. किन दिक्कतों के लिए तैयार रहना है जरूरी?

ममता- “पैकजिंग और डिलीवरी की दिक्कतें शुरुआत में आती हैं। लेकिन एक बार जब आप सीख जाते हैं, तो ये दिक्कतें आसान हो जाती हैं। वहीं अगर आप घर से बिज़नेस कर रहे हैं और अकेले काम कर रहे हैं, तो बल्क ऑर्डर में ज़्यादा काम करने के लिए भी तैयार रहें।  जैसा कि एक बार मुझे 100 हेयरबैंड्स बनाने का ऑर्डर मिला था। चूँकि ग्राहक के पास एक महीना का समय था, इसलिए मैं वह ऑर्डर आराम से पूरा कर पाई।”

“वहीं, पैकिंग के लिए मेरी बेटी मेरी मदद करती है। हमने अमेज़न से सफ़ेद पॉली बैग्स मंगवाए हैं, तो सबसे पहले हम अपनी तरफ से टॉयज़ या किसी भी प्रोडक्ट को पैक करते हैं,  बाद में उस पैकिंग बैग में पैक करते हैं। ताकि प्रोडक्ट्स सुरक्षित तरीके से ग्राहक तक पहुंचे। हम अपने ब्रांड का एक छोटा कार्ड भी प्रोडक्ट के साथ भेजते हैं,  यह एक और ब्रांडिंग का तरीका है।”  

प्रोडक्ट को ग्राहकों तक पहुंचाने के लिए वे इंडिया पोस्ट या डिलीवरी कुरियर कंपनी की मदद लेते हैं। डिलीवरी से कोई कूरियर बॉय घर आकर पार्सल ले जाता है। 

* आप भी बिज़नेस शुरू करने से पहले, अपने शहर के सबसे अच्छी डिलीवरी कंपनी का पता लगा लें, जिससे आपका काम आसान होगा और आपके ग्राहकों तक डिलीवरी समय में पहुंच जाएगी।  वहीं, बल्क ऑर्डर लेने से पहले ऐसा वादा कभी न करें, जो आप पूरा न कर पाएं।  

how to start handicraft business

8. क्या बिज़नेस शुरू करने से पहले कोई रजिस्ट्रेशन भी करवाना पड़ा था?

ममता- “नहीं हमने कोई रजिस्ट्रेशन नहीं कराया था। क्योंकि इस बिज़नेस में किसी मशीन आदि का इस्तेमाल नहीं होता, इसलिए सरकार की ओर से हमें रजिस्ट्रेशन की छूट मिली है। लेकिन अगर बिज़नेस 20 लाख से ज़्यादा का है, तो रजिस्ट्रेशन करवाना ज़रूरी हो जाता है।” 

*सोशल मीडिया पर एक छोटी सी शुरुआत के लिए आपको किसी रजिस्ट्रेशन की ज़रूरत नहीं होगी। आप आराम से बिज़नेस शुरू कर सकते हैं।  

अब तो ममता सोशल मीडिया पर रील्स भी खुद बना लेती हैं और हर दिन समय निकालकर ग्राहकों से बात भी करती हैं, ताकि मार्केट ट्रेंड को समझ सकें। तो अगर 60 की उम्र में वह ये सब कुछ कर सकती हैं, तो आप क्यों नहीं?

अपने हुनर को बस हॉबी तक न रहने दें, बल्कि इसे बिज़नेस में बदलने के बारे में भी सोचें।  

अगर ऐसे ही किसी अन्य बिज़नेस के बारे में जानना चाहते हैं आप कि कैसे करें शुरू, कैसे बनाएं स्ट्रेटजी, तो हमें ज़रूर बताएं।

We at The Better India want to showcase everything that is working in this country. By using the power of constructive journalism, we want to change India – one story at a time. If you read us, like us and want this positive movement to grow, then do consider supporting us via the following buttons:

Let us know how you felt

  • love
  • like
  • inspired
  • support
  • appreciate
X