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अनमोल इंडियंस

Inspiring Indians Stories To Motivate From India. \ भारत के उन प्रेरक नायक नायिकाओं की कहानियां, जो अपने काम से भारत को बेहतर से बेहतरीन बनाने में जुटे हैं!

कभी खुद जीना भूल चुके विवेक ने सिखाया 800 लोगों को फिर से जीना

By प्रीति टौंक

अपने इकलौते बेटे को खोने के बाद कभी खुद जीने की चाह खो चुके विवेक शर्मा आज अपने प्रयासों से 800 से ज़्यादा लोगों को जिन्दा रहना और जिंदगी से प्यार करना सीखा चुके हैं।

परीक्षा से पहले पिता व भाई को खोया, हिम्मत और लगन से हिमांशु नागपाल 22 की उम्र में बने IAS

हरियाणा के हिसार के रहने वाले हिमांशु नागपाल ने अपनी ज़िंदगी में कई दुख झेले, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और कड़ी मेहनत कर IAS अधिकारी बने। हिमांशु की कहानी काफी प्रेरणादायक है, जिन्होंने पिता और भाई की मौत के बाद खुद को संभालते हुए AIR 26 के साथ UPSC परीक्षा पास की।

कभी खुद पीड़िता रह चुकी शाहीन, संवार चुकी हैं 50 एसिड अटैक सर्वाइवर्स की जिंदगी

By प्रीति टौंक

दिल्ली की शाहीन मालिक की संस्था एसिड अटैक सर्वाइवर्स का 'अपना घर' है। यह पीड़ित महिलाओं को मानसिक, क़ानूनी और सामाजिक लड़ाई लड़ने में मदद भी कर रहा हैं।

'नशा करने से भूख नहीं लगती' नशे के चंगुल से निकालकर संवार रही हैं बचपन

By प्रीति टौंक

कोलकाता की मोइत्री बनर्जी पिछले चार सालों से सड़क पर नशा करने वाले बच्चों के जीवन में बदलाव लाने का काम कर रही हैं।

रोज़ 100 बेजुबानों का पेट भरती हैं निहारिका, किया 500 को रेस्क्यू

By प्रीति टौंक

25 साल की निहारिका राणा ने घायल जानवरों के इलाज को अपनी जिंदगी का मकसद बना लिया है। वह हर दिन कई बेजुबानों को खाना खिलाने के साथ घायल और बीमार जानवरों को रेस्क्यू कर एक सच्चे #Animallover होने का फर्ज निभा रही हैं।

गाँव में अस्पताल बनाकर बेटे ने किया सब्जी-बेचनेवाली माँ का सपना पूरा

By प्रीति टौंक

1971 में डॉ. अजय मिस्त्री महज चार साल के थे, जब उन्होंने स्वास्थ्य सुविधाओं के अभाव में अपने पिता को खो दिया था। तब से उनकी माँ ने बस एक ही सपना देखा कि गांव में एक अस्पताल बने ताकि हर किसी का समय पर इलाज हो पाए। उनकी माँ सुभासिनी मिश्रा ने सब्जियां बेचकर न सिर्फ अपने बेटे को डॉक्टर बनाया बल्कि अपने सपने को पूरा करके कईयों की मदद का जरिया भी बनीं।

1000+ बेसहारा बीमार लोगों का इलाज करके अपनों से मिलवा चुकी हैं, राजस्थान की यह नर्स

By प्रीति टौंक

राजस्थान की सुमन मैडल मेहरा की शादी महज 14 साल की उम्र में हो गई थी। परिवार में आर्थिक किल्लत थी, लेकिन सुमन इन तमाम मुश्किलों के बीच भीपढ़ाई करके नर्स बनीं, ताकि आत्मनिर्भर हो सकें और आज नर्स बनकर सुमन न सिर्फ आत्मनिर्भर बनीं हैं, बल्कि समाज के बेसहारा बीमार लोगों को मदद पहुंचाने के लिए मुहिम भी चला रही हैं।

Tree Teacher: चार लाख पौधे लगाकर राजस्थान के रेगिस्तान में ले आए हरियाली

By प्रीति टौंक

पौधे वाले मास्टर साहब कहलाते हैं राजस्थान के भेराराम भाखर, जानिए कैसे चार लाख पौधे लगाकर उन्होंने राजस्थान के बंजर इलाके को बनाया हरा-भरा।

खुद दृष्टिहीन होकर भी सैकड़ों बच्चियों की जिंदगी में शिक्षा की रोशनी ला रहे हैं दत्तू

By प्रीति टौंक

गुलबर्गा, कर्नाटक के दत्तू अग्रवाल पिछले सात सालों से दृष्टिहीन बच्चियों के लिए एक आवासीय स्कूल चला रहे हैं।

बस्तर इलाके से पहले IAS बनने वाले विनीत, अब शिक्षा से बदल रहे यहां की तस्वीर

By प्रीति टौंक

मिलिए दंतेवाड़ा, छत्तीसगढ़ के IAS अधिकारी विनीत नंदनवार से, जिन्होंने बस्तर जैसे नक्सली इलाके में रहते हुए IAS अधिकारी बनकर, न सिर्फ अपना भविष्य सुधारा बल्कि आज वह अपने जैसे कई नौजवानों के सपने साकार करने में मदद कर रहे हैं।