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गाँव-घर

बिहार: धान की भूसी से पक रहा है खाना, 7वीं पास के इनोवेशन ने किया कमाल!

By निशा डागर

बहुत-से किसान अब धान की भूसी को फेंकने की बजाय बाज़ारों में इसे 10 रुपये किलोग्राम की दर से बेचते हैं!

कभी बाढ़-प्रभावित रहे इस गाँव में आज लगे हैं 1 लाख से भी ज़्यादा पेड़!

By निशा डागर

गाँव में 10 किमी लम्बी नहर का निर्माण भी हुआ है, जिससे गाँव की 3, 000 एकड़ ज़मीन की सिंचाई अच्छे से हो रही है!

9 साल में 5, 000 किसानों तक मुफ़्त देशी बीज पहुंचा चुके हैं यह कृषि अधिकारी!

By निशा डागर

"साल 2008 में जब कैंसर के चलते मैंने अपनी पत्नी को खो दिया, तो मुझे लगा कि मैं अपने लेवल पर लोगों का स्वास्थ्य सुधारने के लिए जो कर सकता हूँ, ज़रूर करूँगा।"

जैविक खेती से 40 हज़ार रुपये प्रति दिन कमा रहा है दिल्ली का यह इंजीनियर!

By निशा डागर

उनके घरवालों ने उन्हें रोका और पड़ोसियों ने मजाक बनाया, फिर भी इस 28 वर्षीय इंजीनियर ने जैविक खेती में अपना हाथ आज़माने के लिए अपने ही परिवार से ज़मीन लीज पर ली। उनकी सफलता आज के युवाओं के लिए प्रेरणा है!

पढ़ाई के साथ संभाली गाँव की ज़िम्मेदारी, 32 लाख का काम करवाया सिर्फ़ 8.5 लाख रुपये में!

By निशा डागर

सिर्फ़ 21 साल की उम्र में सरपंच बनकर अपने गाँव की ज़िम्मेदारी लेने वाले पंथदीप को उनके विकास मॉडल और कामों के लिए प्रधानमंत्री द्वारा भी राष्ट्रीय सम्मान से नवाज़ा जा चुका हैं!

10 साल तक लगातार संशोधन से तैयार की प्याज की उम्दा किस्म, मिला राष्ट्रीय सम्मान!

By निशा डागर

'संदीप प्याज' की एक ख़ासियत यह है कि ये प्याज बहुत जल्दी खराब नहीं होती और आप इन्हें लगभग 8-9 महीने तक स्टोर कर सकते हैं!

पानी पर बसे हैं घर, चम्बा के इस गाँव में पर्यटन का अलग है अंदाज!

‛नॉट ऑन मैप’ में गांवों की वही तस्वीर टूरिस्ट को दिखाई जाती है जैसा गाँव होता है, कुछ भी गलत या जो नहीं है उसे दिखाने की कोशिश कभी नहीं की जाती।

देश का पहला गाँव जहाँ लगा सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट, गाँववालों ने चंदा इकट्ठा कर किया विकास!

By निशा डागर

आज गाँव में हर दिन 4 लाख लीटर गन्दा पानी साफ़ करके खेतों की सिंचाई के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है!

MNC की नौकरी ठुकरा, उड़ीसा-बिहार के किसानों की ज़िंदगी बदलने में जुटा है यह IIT ग्रेजुएट!

By निशा डागर

'बैक टू विलेज' के साथ अब तक 5000 किसान रजिस्टर्ड हो चुके हैं। उनके काम को देखते हुए इस साल उन्हें ONGC कंपनी ने सीएसआर फंडिंग दी है!