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Indian Jugaad | Sustainable Innovations | Inspiring Innovations \ \ भारतियों के वे जुगाड़, जो बन गए आविष्कार और बदली तस्वीर! \ \  

पराली से जलने वाला 'धुआं रहित चूल्हा', 23 साल की युवती के आविष्कार से बदल सकती है तस्वीर

By निशा डागर

ओडिशा की इंजीनियर, देबश्री पाढ़ी ने 'अग्निस' नामक धुंआ रहित स्टोव बनाया है, जिस पर खाना बनाने से प्रदूषक तत्व नहीं निकलते हैं!

चावल की बेकार भूसी को बना दिया ‘काला सोना’, एक साल में कमाए 20 लाख रूपये, जानिए कैसे!

ओडिशा के कालाहांडी में रहने वाले बिभू साहू राइस मिल के मालिक हैं। यहाँ धान की भूसी को जलाने के बाद लोगों को साँस लेने में कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ता था। इसी को देखते हुए, उन्होंने कुछ अभिनव करने का प्रयास किया।

न बिजली चाहिए, न गैस; चूल्हा, ओवन और हीटर भी है यह 'रॉकेट स्टोव'

By निशा डागर

'रॉकेट स्टोव' पर आप न सिर्फ खाना बना सकते हैं बल्कि इसमें एक इन-बिल्ट ओवन भी है और पानी गर्म करने के लिए हीटर भी!

किसान ने बनाई अनोखी मशीन, एक घंटे में निकलता है 10 क्विंटल टमाटर का बीज

ओडिशा के रेसिंगा गाँव के रहने वाले दिलीप बरल 1997 से फसलों से बीज तैयार करने के बिजनेस में हैं। इस दौरान उन्हें हाथों से बीज निकालने में कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ता था। इसी से प्रेरित होकर उन्होंने कुछ अलग करने का प्रयास किया, ताकि कम समय में अधिक से अधिक बीज निकाला जा सके।

IITian ने बनाया, इलेक्ट्रिक गाड़ी में बदलने वाला व्हीलचेयर

By निशा डागर

IIT मद्रास के इन्क्यूबेशन सेंटर की मदद से यहां के पूर्व छात्र स्वास्तिक दाश ने NeoMotion स्टार्टअप की शुरुआत की, जिसके ज़रिए वह दिव्यांगजनों के लिए कस्टमाइजेबल व्हीलचेयर बना रहे हैं!

IIT Kharagpur के शोधकर्ताओं का कमाल, खीरे के छिलके से बनाया इको फ्रेंडली पैकेजिंग मैटेरियल

भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी), खड़गपुर की शोधार्थी प्रोफेसर जयीता मित्रा और साई प्रसन्ना ने खीरे के छिलके से पर्यावरण के अनुकूल पैकेजिंग मैटेरियल बना दिया, जो सौ फीसदी बॉयोडिग्रेडेबल है।

कॉर्पोरेट नौकरी छोड़कर शुरू किया स्टार्टअप, बनाते हैं 100% प्राकृतिक टी-बैग

By निशा डागर

असम के दो दोस्त, उपामन्यु और अंशुमान ने दिल्ली में अपनी कॉर्पोरेट नौकरी छोड़कर चाय का स्टार्टअप शुरू किया और अब इसके ज़रिए वह 'वूलह' ब्रांड नाम से 100% प्राकृतिक और पर्यावरण के अनुकूल 'ट्रूडिप' टी-बैग बना रहे हैं!

फसल क्रांति: 5 मिनट में इंस्टॉल होने वाली इस तकनीक ने बचाया 300 करोड़ लीटर पानी

By निशा डागर

फसल क्रांति, IoT (इंटरनेट ऑफ थिंग्स) और सेंसर आधारित प्रणाली है जो किसानों को सिंचाई, प्रजनन, बीमारी और कीट प्रबंधन के संबंध में जानकारी देता है!

24 वर्षीय युवक ने अपने गाँव लौटकर शुरू किया '3 Idiots' जैसा इनोवेशन स्कूल

By निशा डागर

ओडिशा में बराल गाँव के 24 वर्षीय अनिल प्रधान ने गाँव के बच्चों के लिए ‘इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल फॉर रूरल इनोवेशन’ खोला है जहाँ बच्चों को तकनीक और इनोवेशन का पाठ पढ़ाया जाता है!

तेलंगाना: 17 वर्षीय लड़के ने बेकार चीजों से बनाया किसानों के लिए सस्ता कृषि उपकरण

By निशा डागर

तेलांगना के सूर्यापेट जिले में रहने वाले 17 वर्षीय अशोक गोर्रे ने पुरानी और बेकार चीजों का इस्तेमाल करके एक 4 इन 1 मल्टी-पर्पस टूल बनाया है जो धान, कपास और मिर्च की खेती में काम आता है!