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Indian Jugaad | Sustainable Innovations | Inspiring Innovations \ \ भारतियों के वे जुगाड़, जो बन गए आविष्कार और बदली तस्वीर! \ \  

आंध्र प्रदेश: इंजीनियरिंग के छात्र ने बनाया ऐसा विंड टरबाइन, जिससे मिल सकता है बिजली-पानी

आंध्र प्रदेश के अनंतपुर जिले में रहने वाले मधु वज्रकरुर इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग के छात्र हैं और उनके यहाँ बिजली और स्वच्छ पेयजल की कोई खास सुविधा नहीं है। इस भीषण संकट का सामना करने के लिए उन्होंने एक ऐसा विंड टरबाइन बनाया है, जो बिजली और पीने योग्य पानी उत्पन्न कर सकता है।

Solar Ironing Cart: 14 साल की छात्रा का अनोखा इनोवेशन, मिला अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सम्मान

By निशा डागर

तमिलनाडु में तिरुवन्नामलई की रहने वाली 14 वर्षीय विनिशा उमाशंकर आठवीं कक्षा की छात्रा हैं और उन्होंने एक सोलर आयरन कार्ट डिज़ाइन की है ताकि कपड़े प्रेस करने के लिए चारकोल पर निर्भरता कम की जा सके!

भाई-बहन का अनूठा प्रयोग, साइकिल चक्की से कसरत के साथ कुछ ही देर में पिस जाएगा गेहूँ

साइकिल और अनाजों को पीसने के लिए चक्की, दोनों की प्रकृति एक-दूसरे से बिल्कुल अलग है, लेकिन जमशेदपुर के रहने वाले मंदीप तिवारी और उनकी बहन सीमा ने मिलकर लॉकडाउन के दौरान कसरत करने वाली साइकिल से जुगाड़ कर आटा चक्की बना दी।

नागपुर: वैन को बनाया सोलर वैन, न पेट्रोल का खर्च और न प्रदुषण का खतरा

By निशा डागर

नागपुर में रहने वाले 66 वर्षीय दिलीप चित्रे ने अपनी सेकंड हैंड वैन को सोलर वैन में तब्दील किया है और पिछले दो सालों से वह इसे बिना किसी परेशानी के इस्तेमाल कर रहे हैं!

हरियाणा का वह छात्र जिसने 16 साल की उम्र में कर दिया साँसों से बोलने वाली मशीन का आविष्कार

हरियाणा के पानीपत के रहने वाले अर्श शाह दिलबगी ने महज 16 साल की उम्र में ‘टॉक’ नाम से एक ऐसे यंत्र को बना डाला था, जो एमियोट्रॉफ़िक लैटरल स्कलिरॉसिस और पार्किंसन रोग जैसी बीमारियों की वजह से अपनी आवाज खो बैठे लोगों को साँसों के जरिए बोलने में मदद कर सकती है।

असम: छोटे किसानों की मदद के लिए 10वीं पास ने बना दिया सस्ता और छोटा ट्रैक्टर

By निशा डागर

कनक गोगोई एक सीरियल इनोवेटर हैं और उन्हें उनकी ग्रेविटी ऑपरेटेड साइकिल के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार भी मिला है!

नागपुर के 24 वर्षीय युवक का अनोखा इनोवेशन, घास से बनाया बैग कम डेस्क

By निशा डागर

हिमांशु का बैग कम डेस्क मॉडल ज़रूरतमंद बच्चों के लिए डेस्क और बैग की समस्या तो सुलझाएगा ही, लेकिन साथ में यह इको-फ्रेंडली है और किफायती भी!

मजदूरों को दिनभर झुककर काम करते देख, बना दी अदरक-हल्दी की सस्ती बुवाई मशीन

By निशा डागर

इन्द्रजीत सिंह की बनाई बुवाई मशीन से किसान कम समय और लागत में अदरक और हल्दी की बुवाई कर सकते हैं!

खेतों में माँ-बाप को दिन-रात मेहनत करते देख किए आविष्कार, राष्ट्रपति से मिला सम्मान

By निशा डागर

अंडमान और निकोबार में पोर्टब्लेयर के रहने वाले दीपांकर दास अपने आइडियाज के ज़रिए किसानों और अपने समुदाय के लोगों की समस्याओं का हल निकाल रहे हैं!

किसान के बेटे ने बनाया सस्ता वाटर फिल्टर, एक दिन में करता है 500 लीटर पानी साफ़

By निशा डागर

मध्य-प्रदेश के रतलाम में एक गाँव में पले-बढे जितेंद्र चौधरी ने सस्ता और सस्टेनेबल वाटर फिल्टर, शुद्धम बनाकर 'यंगेस्ट साइंटिस्ट' अवॉर्ड जीता है!