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Indian Jugaad | Sustainable Innovations | Inspiring Innovations \ \ भारतियों के वे जुगाड़, जो बन गए आविष्कार और बदली तस्वीर! \ \  

पराली की ईंटों से बना IIT हैदराबाद का गार्ड-रूम, गर्मी में भी रहता है ठंडा

By निशा डागर

IIT हैदराबाद के पीएचडी स्कॉलर प्रियब्रत राउतराय और KIITS स्कूल ऑफ़ आर्किटेक्चर, भुवनेश्वर के शिक्षक, अविक रॉय ने मिलकर पराली से सस्टेनेबल 'बायो ब्रिक' बनाई है, जिसका इस्तेमाल घर बनाने में किया जा सकता है।

बाज़ार में कीमत देख हुए दंग, खुद ही बना लिया 50% कम कीमत में अपना एयर प्यूरीफायर

By निशा डागर

दिल्ली के कृष चावला ने किफायती, इको फ्रेंडली और प्रभावी एयर प्योरिफायर बनाया है, जिसे वह अपने स्टार्टअप Breathify के जरिए मार्किट कर रहे हैं।

रु. 300 की कबाड़ साइकिल को बदला सोलर साइकिल में, चलाने में नहीं आता एक पैसे का भी खर्च

By प्रीति टौंक

बचपन से ही विज्ञान में रूचि रखने वाले वड़ोदरा के 18 वर्षीय, बारहवीं के छात्र नील शाह ने एक सोलर साइकिल बनाई है। खास बात यह है कि साइकिल में लगे सोलर पैनल की मदद से इसकी बैटरी चार्ज होती है और यह आराम से एक ई-बाइक में बदल जाती है।

'झट-पट काम, माँ को आराम' 14 वर्षीया नवश्री ने बनाई रसोई के आठ काम करने वाली मशीन

By निशा डागर

मध्य प्रदेश के होशंगाबाद के पिपरिया के पास डोकरीखेड़ा गांव में रहने वाली 14 वर्षीया नवश्री ठाकुर ने रसोई का काम आसान करने के लिए एक बहुपयोगी मशीन बनाई है।

18 साल की निखिया ने बनाया ऐसा सिस्टम, जो मिनटों में कैंसर का लगाएगा पता, 38 रुपये है कीमत

जल्द ही तंबाकू के डिब्बे में आएगी कैंसर की जांच वाली डिवाइस, खुद ही पता लगा सकेंगे अपनी हालत।

छोटी सी डिबिया में बड़ा सा कवर! बारिश हो या धूप, जहाँ चाहें वहाँ ढक सकते हैं अब अपनी बाइक

By निशा डागर

जानिए ऐसा क्या ख़ास है इस बाइक कवर में कि यह स्टार्टअप कमा रहा है लाखों रुपए।

भतीजी को ससुराल में हुई गोबर उठाने में तकलीफ तो आया आईडिया, बनाई गोबर उठाने वाली मशीन

By निशा डागर

बीड, महाराष्ट्र में रहने वाले 48 वर्षीय किसान मोहन लांब ने गोबर इकट्ठा करने वाली अनोखी मशीन बनाई है, जो बैटरी से चलती है।

पहले पराली में उगाई मशरूम, फिर इसके वेस्ट से बनाये इको फ्रेंडली बर्तन

By निशा डागर

डॉ. पूजा दुबे पाण्डेय एक बायोटेक्नोलॉजिस्ट हैं और इंदौर में अपनी कंपनी, 'Biotech Era Transforming India' (BETi) के जरिए मशरूम पर काम करने के साथ-साथ, पराली से इको फ्रेंडली पैकजिंग भी बना रही हैं।

वैज्ञानिकों ने Sea Algae से बनाई ड्रेसिंग की नई तकनीक, पुराने ज़ख्मों को भी भरने का दावा

By द बेटर इंडिया

पुराने घाव से परेशान मरीजों के लिए एक राहत भरी खबर है। समुद्री शैवाल (Sea Algae) ‘अगर’ से प्राप्त एक नेचुरल पॉलीमर से घाव पर मरहम-पट्टी (ड्रेसिंग) की नई तकनीक विकसित की गई है।