डॉ. पूजा दुबे पाण्डेय एक बायोटेक्नोलॉजिस्ट हैं और इंदौर में अपनी कंपनी, 'Biotech Era Transforming India' (BETi) के जरिए मशरूम पर काम करने के साथ-साथ, पराली से इको फ्रेंडली पैकजिंग भी बना रही हैं।
परिवार की आर्थिक स्थिति खराब होने से पढ़ाई छूट गई, गांव में बाढ़ आई तो घर छूट गया फिर भी राजकोट के मुस्तफ़ा लोटा ने हार नहीं मानी। आज वह अपने हुनर की बदौलत अपनी बनाई खटिया अमेरिका और लंदन तक भेज रहे हैं।
अगर आप अपने घर में ही कुछ चीजों पर काम करें, तो जीरो इंवेस्टमेंट या फिर बहुत ही कम इंवेस्टमेंट में आप अपना बिज़नेस शुरू कर सकते हैं। आज हम आपको ऐसे पांच 'Zero Investment Business Ideas' बता रहे हैं!
स्टील, एल्युमीनियम सहित कई नए और मॉर्डन बर्तनों के बाजार में आने से मिट्टी के बर्तनों की चमक फीकी पड़ गई है। ऐसे में गुजरात के सुरतान भाई के बनाए हुए मिट्टी के नॉनस्टिक बर्तन देते हैं, पारंपरिक बर्तनों में बने खाने का स्वाद।
मुंबई के कौशिक वरदान अपने स्टार्टअप, Raydan के जरिए कमल, गुलाब, केला, एलोवेरा, संतरे, नीलगिरि, मक्का, बांस और गन्ना जैसी फसलों के कचरे का इस्तेमाल इको फ्रेंडली कपड़ा बनाने में कर रहे हैं।
रत्न प्रभा राजकुमार BlueMadeGreen के माध्यम से हर महीने 50 किलो से ज्यादा डेनिम जीन्स, कपड़े और कतरन को अपसायल करके 40 से ज्यादा तरह के उत्पाद बनाती हैं।
दिल्ली के जैविक किसान कुलदीप सिंह लॉकडाउन के दौरान नींबू की बिक्री नहीं कर पाए, तो उन्होंने इससे अचार और जैम बनाकर 'Pickle Business' शुरू कर दिया और अच्छी कमाई की।
संदीप जोगीपारती और कविता गोपु हैदराबाद के स्टार्टअप लड्डू बॉक्स के सह संस्थापक हैं। ये दोनों बाजरा, गुड़ जैसी बहुत सी चीजों से हेल्दी लड्डू बना रहे हैं।
दिल्ली के विनायक गर्ग का स्टार्टअप Lazy Gardener पिछले दो सालों से होम गार्डनिंग के लिए काम कर रहा है। इनके पास प्लांट फ़ूड स्टिक्स, मेगनेट प्लांटर से लेकर गार्डनिंग टूल्स जैसे प्रोडक्ट्स को 50 हजार से ज्यादा ग्राहक पसंद कर रहे हैं।