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इतिहास के पन्नों से

History Pages | Motivational History | Inspirational History \ इतिहास के वे भुला दिए गए नायक, जिनकी कहानियां हर भारतवासी को ज़ुबानी याद होनी चाहिए!

भारत में इन्होनें सबसे पहले किया था हिंगलिश का प्रयोग, बंगाल नवजागरण की रखी थी नींव!

‘द फकीर ऑफ जंघीरा’, प्रेम कहानी पर आधारित एक कविता है, भारतीय चेतना की जड़ों से जुड़ी इसी कविता को लिखने में डेरोज़ियो ने ‘हिंगलिश’ का पहला उदाहरण हमारे सामने रखा था।

पारले-जी: कैसे एक स्वदेशी आंदोलन से भारत को मिला इसका सबसे पॉपुलर बिस्किट!

चाय के साथ अगर बिस्किट खाने की बात की जाए तो सबसे पहला नाम पारले जी बिस्किट का ही आता है, एक ऐसा बिस्किट जिसे ज्यादातर भारतीय खाकर बड़े हुए हैं। आइए जानते हैं भारत के सबसे पॉपुलर और पुराने बिस्किट की दिचलस्प कहानी। 

अमृतांजन बाम: देशवासियों के लिए एक स्वतंत्रता सेनानी का स्वदेशी उपहार!

By पूजा दास

ऐसा कहा जाता है कि शतरंज के महान खिलाड़ी, बॉबी फिशर ने एक बार विश्वनाथन आनंद से अमृतांजन बाम लाने के लिए कहा था। उन्होंने बताया था कि आइसलैंड में उन्हें ये बाम नहीं मिलता है।

चेन्नई जाएं तो 200 साल पुरानी इस लाइब्रेरी को जरूर देखें जहाँ आया करते थे सुभाष चंद्र बोस!

साल 1800 में अपनी स्थापना के बाद से यह पुस्तकालय लॉकडाउन शुरू होने से पहले तक एक दिन के लिए भी बंद नहीं हुआ था।

वैश्विक महामारी पार्ट 3: कहाँ से हुई थी क्‍वारंटाइन की शुरुआत?

By अलका कौशिक

इतिहास में ऐसे कई वाकयात मिलते हैं जब महामारियों पर अंकुश लगाने के लिए संक्रमितों को स्‍वस्‍थ लोगों से अलग-थलग रखा जाता था। बेशक, मध्‍यकालीन यूरोप में स्‍वास्‍थ्‍यकर्मियों को बैक्‍टीरिया या वायरस की जानकारी नहीं थी लेकिन वे इतना समझते थे कि रोगी को शेष स्‍वस्‍थ आबादी से अलग रखकर, या कारोबारी के जरिए आने वाली वस्‍तुओं को नहीं छूने से रोगों से बचा जा सकता है।

गिनीज़ बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकार्ड्स में शामिल है सुनील दत्त की 'यादें'!

By निशा डागर

कलर फिल्मों के ज़माने में बनी यह 'ब्लैक एंड वाइट' फिल्म एक अलग ही रचनात्मक और क्रियात्मक सोच का परिणाम है।

वैश्विक महामारी पार्ट 2: एपिडमिक बनाम पैंडेमिक, स्‍पेनिश फ्लू का वर्ल्‍ड टूर!

By अलका कौशिक

भारत ‘स्‍पेनिश फ्लू’ का सबसे बड़ा शिकार साबित हुआ था और यहां लगभग डेढ़ से दो करोड़ लोगों (यानी करीब 6% आबादी) को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा था।

वैश्विक महामारी पार्ट 1: मानव सभ्यता के इतिहास की पहली इंफ्लुएंज़ा महामारी!

By अलका कौशिक

हिप्पोक्रेट्स के महामारी वर्णन से हम समझ पाते हैं कि वे जीवाणु जो हजारों साल पहले इंसानी सभ्यता को झकझोर रहे थे, पूरी तरह कभी नष्ट हुए ही नहीं। वे सोए पड़े रहे थे प्रकृति की तहों में, चुप्पी ओढ़े रहे थे। और जब-जब मौका लगा, दुनिया पर कहर बरपा करने से बाज नहीं आए!

ग़ालिब को आपके बुक शेल्फ तक पहुंचाने वाले मुंशी नवल किशोर की कहानी!

वह उन चंद लोगों में से एक थे जिन्होंने प्रिंटिंग के काम का व्यवसायीकरण किया और सस्ती कीमतों पर किताबें प्रिंट करवायी, जिससे ज्ञान, साहित्य और विज्ञान जैसे कठिन विषयों की पहुंच आम लोगों तक हुई!

कनाई लाल दत्त: खुदीराम बोस के बाद देश के लिए फांसी पर चढ़ने वाला आज़ादी का दूसरा सिपाही!

By निशा डागर

कनाई की फांसी के बाद जेल के वार्डन ने उनके प्रोफेसर से कहा था कि यदि कनाई जैसे 100 वीर भी आपके पास हों तो आपको आज़ादी पाने से कोई नहीं रोक सकता!