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Positive stories of women empowerment, achievements, initiatives, heroes, heroines, farmers, innovations, business and many more from Gujarat, India. भारत के गुजरात से जुड़ीं पॉजिटिव, सकारात्मक कहानियां, अच्छी ख़बरें, आविष्कार से सम्बंधित ख़बरें, अनजाने नायक जो एक बेहतर कल के लिए प्रयासरत हैं. गुजरात की महिलाओं की कहानियां, जिन्होंने बदलाव की नींव रखी। गुजरात के किसानों को प्रेरित करने वाली प्रगतिशील किसानों की ख़बरें। शून्य से शुरू करके शिखर तक पहुँचने वाले लोगों की कहानियां। छोटे व्यवसाय से अपनी किस्मत बदलने वाले लोगों की प्रेरक कथाएं। \ Positive stories of women empowerment, achievements, initiatives, heroes, heroines, farmers, innovations, business and many more from Gujarat, India.

इंजीनियर बनीं 'रीसाइक्लिंग हीरो', मंदिर में चढ़े सूखे फूलों से शुरू किया बेहतरीन बिज़नेस

By प्रीति टौंक

सूरत की 22 वर्षीया मैत्री जरीवाला का स्टार्टअप Begin With Flower, बेकार और मुरझाए फूलों को अपसाइकिल करके 10 से ज्यादा प्रोडक्ट्स बनाता है।

गाने का काम छूटा, तो अपनी दूसरी कला से बनाई पहचान, फ्रैंकी बेचकर चलाने लगीं घर

By प्रीति टौंक

पेशे से सिंगर जामनगर की 37 वर्षीया दुलारी आचार्या ने एक साल पहले मात्र 25 हजार रुपयों के साथ एक फ्रैंकी स्टॉल शुरू किया था और आज वह हर महीने इससे 30 हजार का मुनाफा कमा रही हैं।

22 साल से हर रोज़, ड्यूटी शुरू होने से 2-3 घंटे पहले ही आ जाते हैं यह शिक्षक, जानिये क्यों?

By प्रीति टौंक

भरुच (गुजरात) के सरकारी टीचर कमलेश कोसमिया, पिछले 22 सालों से पौधे लगाने का काम कर रहे हैं। अपनी ड्यूटी शुरू होने से पहले, हर दिन दो-तीन घंटे का समय निकालकर वह यह काम करते हैं। उनकी इस मेहनत की वजह से आज स्कूल में हर जगह हरियाली छा गई है।

हादसे में खो दिए हाथ लेकिन हौसला रहा बुलंद! 10वीं तक पढ़, कई गरीब बच्चों को कर रहे शिक्षित

By प्रीति टौंक

बाबू भाई परमार अहमदाबाद की सड़कों पर रहनेवाले बच्चों को पढ़ाने का काम कर रहे हैं। आपको जानकार आश्चर्य होगा कि नौ साल की उम्र में उन्होंने अपने दोनों हाथ खो दिए थे, लेकिन पढ़ने के अपने शौक के कारण, उन्होंने अपने आप को तो शिक्षित किया ही अब दूसरों को भी पढ़ा रहे हैं।

कोरोना में बंद हुआ कोर्ट, तो कार में ही सोलर पैनल लगाकर खोल लिया ऑफिस

By प्रीति टौंक

गुजरात के आनंद सदाव्रती और उनकी पत्नी अवनी बेन राजकोट में एक चलता-फिरता ऑफिस चलाते हैं। इस ऑफिस में प्रिंटर और ज़ेरॉक्स मशीन जैसी कई सुविधाएं हैं, जो सोलर एनर्जी से चल रही हैं।

8 सालों से खुद घोंसले बनाकर मुफ्त में बांट रहे हैं शम्भू, अब तक बना चुके हैं 31 हजार चिड़ियों के घर

By प्रीति टौंक

गुजरात धांगध्रा में लकड़ी के फर्नीचर का काम करनेवाले, शम्भू भाई को चिड़ियों से विशेष प्यार है। अपने जीवन की एक करुण घटना से प्रेरित होकर, उन्होंने पक्षियों के मजबूत घोंसले बनाना शुरू किया। वह अब तक 31 हजार घोंसले बनाकर मुफ्त में बांट चुके हैं।

27 स्पेशल बच्चों की माता-पिता बनकर सेवा करता है यह युवा कपल, खुद उठाते हैं सारा खर्च

By प्रीति टौंक

साल 2016 से राजकोट के उपलेटा तालुका की किरण पिठिया, अपने पति रमेश पिठिया के साथ मिलकर, गरीब और बेसहारा मानसिक और शारीरिक रूप से कमजोर बच्चों के लिए एक विशेष संस्था चला रही हैं, जहां इन बच्चों की मुफ्त में सेवा की जाती है।

पति-पत्नी नौकरी छोड़ करने लगे खेती, कीटों से बचने के लिए लाए मधुमक्खियों ने बना दिया लखपति

गुजरात के पाटण में रहनेवाली तन्वी बेन और उनके पति एक प्राइवेट जॉब कर रहे थे। लेकिन दोनों ने अपनी नौकरी छोड़ जैविक खेती करने का फैसला किया और अब बड़े पैमाने पर मधुमक्खी पालन कर लाखों कमा रहे हैं।

MBA चायवाले के बाद, अब मिलिए Engineer चायवाले से, बिना दुकान के कमाते हैं नौकरी से ज्यादा

By प्रीति टौंक

इंजीनियरिंग की पढ़ाई के बाद नौकरी न मिलने पर 29 वर्षीय रौनक राजवंशी ने चाय बेचना शुरू किया। मात्र पांच घंटे में कमाते हैं किसी नौकरी से ज्यादा।

कोविड में बंद हुआ डायमंड का काम, तो डेयरी बिज़नेस से जुड़कर सलाना 25 लाख कमाता है यह परिवार

By प्रीति टौंक

सूरत के मगन भाई का पूरा परिवार सालों से डायमंड बिज़नेस से जुड़ा था। लेकिन खेती और पशुपालन के अपने शौक़ के कारण, उन्होंने पांच साल पहले थोड़ी जमीन और दो गायें भी खरीदी थीं। कोरोना के कठिन दौर में पशुपालन ही उनके काम आया, चार भाइयों का पूरा परिवार आज डेयरी बिज़नेस से सालाना एक करोड़ का टर्नओवर कमा रहा है।