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प्रवेश कुमारी

प्रवेश कुमारी मॉस कम्युनिकेशन में पोस्ट ग्रेजुएशन कर चुकीं हैं। लिखने के साथ ही उन्हें ट्रेवलिंग का भी शौक है। सकारात्मक ख़बरों को सामने लाना उन्हें सबसे ज़्यादा ज़रूरी लगता है।

पिता की मौत से टूट रेसलिंग छोड़ना चाहती थीं पूजा, लेकिन उनके सपने के लिए वापसी कर जीता पदक

कॉमनवेल्थ खेलों में हरियाणा के हांसी की पूजा सिहाग ने देश के लिए रेसलिंग में कांस्य पदक जीता। लेकिन एक वक्त ऐसा था, जब पूजा रेसलिंग छोड़ना चाहती थीं।

3 साल की अनपेड लीव लेकर पिता ने दिलाई कोचिंग, नीतू ने गोल्ड लाकर पूरा किया सपना

हरियाणा के भिवानी जिले स्थित धनाना गांव की रहनेवाली बॉक्सर नीतू गंगस का नाम मुक्केबाजी के फलक पर चमक रहा है। उन्होंने इंग्लैंड के बर्मिंघम में महिला वर्ग की मिनिमम वेट कैटेगरी (45-48 किग्रा) में गोल्ड मेडल जीता। जीत के बाद नीतू के कोच भास्कर भट्ट बेहद भावुक थे।

55 की उम्र में करती हैं भारी-भरकम टायर ठीक करने का काम, लोगों ने 'टायर डॉक्टर' रखा नाम

गाड़ी पंचर होने पर आप क्या करते हैं? अब आप कहेंगे कि यह क्या सवाल है, पंचरवाले भईया के पास जाकर पंचर बनवाते हैं। लेकिन क्या अपने कभी किसी बुजुर्ग महिला को पंचर बनाते देखा है? अगर नहीं, तो आज हम आपको बता रहे हैं 55 वर्षीया कमला नेगी की कहानी।

कभी भाला खरीदने के नहीं थे पैसे, गन्ने को भाला बना करती थीं अभ्यास, आज देश के लिए जीता पदक

कामनवेल्थ गेम्स-2022 में भारत की अन्नू रानी ने इतिहास रच दिया। 60 मीटर दूर भाला फेंककर, वह कॉमनवेल्थ गेम्स में देश के लिए जैवलिन थ्रो में पदक हासिल करने वाली पहली महिला बनीं। दरअसल, चोटिल होने की वजह से ओलंपिक गोल्ड मेडल विजेता नीरज चोपड़ा ने कॉमनवेल्थ गेम्स में हिस्सा नहीं लिया था।

1978 में अमी घिया ने कॉमनवेल्थ में जीता था पहला पदक, आज भी नए खिलाड़ियों से लेती हैं सीख

आज बैडमिंटन स्टार पीवी सिंधु, साइना नेहवाल का नाम बच्चा बच्चा जानता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि आज से 44 साल पहले, 1978 में कॉमनवेल्थ में भारत की तरफ से खेल रहीं शटलर अमी घिया ने इतिहास रचा था। वह देश की पहली ऐसी महिला थीं, जिन्होंने कॉमनवेल्थ खेलों में पदक जीता था।

जिस दिन पदक जीता उसी दिन खो दिया पिता को, जानें कितना मुश्किल रहा सुधीर के लिए यह सफर

सोनीपत (हरियाणा) के रहनेवाले पावरलिफ्टर सुधीर, आज सभी देशवासियों की आंखों के तारे बन गए हैं। इंग्लैंड के बर्मिंघम में चल रहे कॉमनवेल्थ खेलों में उन्होंने भारत को पैरा पावरलिफ्टिंग में गोल्ड दिलाया है।

शादी के एक माह बाद ही लॉन बॉल कैंप में चली गई थीं रूपा, 8-8 घंटे प्रैक्टिस कर जीता गोल्ड

कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड मेडल जीतने के बाद, लॉन बॉल खिलाड़ी रूपा रानी तिर्की बेहद उत्साहित हैं। इस कामयाबी के लिए उन्होंने कैंप में रोज़ 8-8 घंटे प्रैक्टिस की थी। यहां तक कि जनवरी में उनकी शादी को एक महीना ही हुआ था, जब उन्हें कैंप के लिए बुला लिया गया था।

नो शराब, नो हथियार और फ्री मास्क! शादी के इस अनोखे कार्ड ने कायम की मिसाल

इन दिनों एक अनोखा निमंत्रण पत्र चर्चा में है। गया के गेवालबिगहा के रहनेवाले भोला यादव की बेटी आयुषी की शादी 16 फरवरी, 2022 को थी। इस शादी में लोगों को बुलाने के लिए जो निमंत्रण पत्र भेजा गया, उसमें शादी में शिरकत करने वाले मेहमानों के लिए चार नियम भी लिखे गए हैं।

कभी पिता की गोद में बैठ थामी थी स्टीयरिंग, MA पास कर बनीं HRTC की पहली महिला बस ड्राइवर

सीमा ठाकुर, हिमाचल राज्य परिवहन निगम की पहली महिला बस ड्राइवर हैं। इन दिनों वह शिमला-चंडीगढ़ रूट पर बस चला रही हैं। इस रूट पर बस चलाकर उन्होंने इंटर स्टेट रूट पर बस दौड़ाने वाली हिमाचल प्रदेश की पहली महिला बस ड्राइवर होने का तमगा भी हासिल किया।

इस माउंटेन गर्ल ने जब लिया जन्म तो दादी हुईं थीं दुखी, अब राष्ट्रपति ने किया सम्मानित

उत्तराखंड की रहनेवाली माउंटेन गर्ल शीतल, साल 2018 में दुनिया की तीसरी सबसे ऊंची चोटी कंचनजंगा पर चढ़ने वाली सबसे युवा महिला बनीं। उनकी यह उपलब्धि 'गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड' में भी दर्ज हुई।