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निशा डागर

बातें करने और लिखने की शौक़ीन निशा डागर हरियाणा से ताल्लुक रखती हैं. निशा ने दिल्ली विश्वविद्यालय से अपनी ग्रेजुएशन और हैदराबाद विश्वविद्यालय से मास्टर्स की है. लेखन के अलावा निशा को 'डेवलपमेंट कम्युनिकेशन' और रिसर्च के क्षेत्र में दिलचस्पी है.

कोरोना हीरोज: मात्र 7 दिनों में दो भाइयों ने बनाई 3डी प्रिंटिंग से फेस शील्ड!

By निशा डागर

यह फेस शील्ड, N95 मास्क से ज्यादा कारगर है क्योंकि यह आपके पूरे चेहरे को ढकती है और आपको इंफेक्शन से बचाती है!

सरकारी स्कूल, अस्पतालों, व अनाथ आश्रम को 1 रुपये प्रति यूनिट की दर से मिल रही है बिजली!

By निशा डागर

फोर्थ पार्टनर एनर्जी कंपनी द्वारा शुरू पावर@1 पहल के जरिए हर साल स्कूलों में हज़ारों रुपयों की बचत हो रही है। कंपनी का उद्देश्य उन लोगों तक इको-फ्रेंडली और सस्टेनेबल सौर ऊर्जा पहुँचाना हैं, जहां इसकी सबसे ज्यादा ज़रूरत है।

कोरोना हीरो: किसान ने बाँट दी अपनी गेहूं की फसल, ताकि गरीबों के घर जल सके चूल्हा!

By निशा डागर

दत्ता राम ने सोचा था कि इस साल की फसल के पैसों को वह ट्रैक्टर खरीदने के लिए लगाएंगे। लेकिन अपने गाँव के गरीब मजदूरों की स्थिति उनसे देखी नहीं गई और उन्होंने उनकी मदद करने की ठानी!

COVID-19: इन 6 हीरोज़ की करें मदद ताकि कोई ज़रूरतमंद न रहे भूखा!

By निशा डागर

लॉकडाउन की वजह से बहुत से लोगों की आमदनी रुक गई है और उनके घरों में पर्याप्त खाने-पीने के साधन भी नहीं बचे हैं। ऐसे में आप जैसे सक्षम लोगों को भी ऐसे ज़रूरतमंदों की मदद करने का मिल रहा है मौका!

कोरोना हीरोज़: गाड़ी को एम्बुलेंस बना, गाँवों के मरीज़ों को अस्पताल पहुँचा रहा है यह शख्स!

By निशा डागर

"लॉकडाउन आज की ज़रूरत है लेकिन इसके दौरान अगर ज़रूरतमंद लोगों को मूलभूत सुविधाएं न मिलें तो यह हमारी हार ही होगी।"

कोरोना हीरोज: मेड-इन-इंडिया टेस्टिंग किट्स, वेंटीलेटर्स बना रहे हैं ये स्टार्टअप!

By निशा डागर

ICMR के अनुसार, COVID-19 से ग्रस्त मरीज़ों में से लगभग 5% को बहुत ज्यादा देखभाल की ज़रूरत होगी और इसे देखते हुए देश की कुछ मेडिकल-टेक्नोलॉजी कंपनियां दिन-रात काम कर रहीं हैं।

800+ गरीब और ज़रूरतमंद महिलाओं को सिक्योरिटी गार्ड बनने की ट्रेनिंग दे रही है यह उद्यमी!

By निशा डागर

पहले ग्रामीण महिलाओं के सवाल होते थे, 'कोई और काम नहीं है क्या? यह तो मर्दों का काम है? पैंट-शर्ट कैसे पहनेंगे, आप साड़ी दे दो?' लेकिन आज यही महिलाएं अपनी यूनिफॉर्म पहनने में गर्व महसूस करतीं हैं!

कोरोना लॉकडाउन: गरीबों के लिए 1 लाख 70 हज़ार करोड़ रुपये के राहत पैकेज की घोषणा!

By निशा डागर

सरकार ने COVID-19 से लड़ रहे सभी स्वास्थ्य कर्मचारियों के लिए एक खास बीमा योजना की घोषणा की है, जिसमें अस्पतालों के डॉक्टरों से लेकर सफाई कर्मचारी तक शामिल हैं!

5000+ बच्चों के लिए विज्ञान को मजेदार बना रहा है मैसूर का यह 'आश्रम'!

By निशा डागर

ध्रुव और रोहन का बचपन पढ़ाई के साथ-साथ रोहन के दादाजी के गैराज में भी बीता। जहां वे दोनों पुरानी चीजों को नया रूप देते थे और वहीं से उन्हें आने वाली पीढ़ी के लिए यह 'आश्रम' शुरू करने की प्रेरणा मिली!